खाना पकाने के तेल को हमे हर 2 महीने बाद बदल लेना चाहिए जानिए ,क्यूँ ?

जिस तेल का इस्तेमाल हम खाना पकाने के लिए करते है उसे कूकिंग ऑइल कहा जाता है । जिस तेल का इस्तेमाल हम खाने मे करते हैं वो सब हमारे शरीर पर अच्छा प्रभाव डालने के साथ साथ बुरा प्रभाव भी डालते है । खाने के तेल मे कई तरह के तेलों जैसे तिल का तेल, सनफ़्लावर का तेल, सरसों का तेल और नारियल का तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

सभी तेलों के अपने-अपने फायेदे होते है । हमे इन सभी तेलों का इस्तेमाल हमेशा बदल बदल कर करना चाहिए । तेलों का इस्तेमाल बदल बदल कर इसलिए करना चाहिए क्यूंकी खाने के तेल हमारे शरीर के अच्छे कैलोस्ट्रोल और बुरे कैलोस्ट्रोल के लिए जिम्मेदार होते है । यदि खाने के तेल मे सही तेल का इस्तेमाल न किया जाए तो यह दिल की बीमारियों और ब्लड प्रैशर के खतरे को बढ़ाता है ।

यदि तेल को हम समय समय पर बदलते रहे तो हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। आइये जानते है कि कौन कौन से तेल हमारे लिए किस तरह से फायेदेमंद है ।

नारियल के तेल –

खाने के तेल मे नारियल के तेल का इस्तेमाल करने से खाना जल्दी खराब नही होता है और खाना अधिक स्वादिष्ट भी लगता है । नारियल के तेल मे कई तरह के पोषक तत्व पाये जाते है । इसमे सेचूरेटेड वसा अधिक पाया जाता है लेकिन कोलेस्ट्रॉल न के बराबर होता है इसलिए नारियल के तेल के इस्तेमाल करने से हमारे शरीर मे कोलेस्ट्रॉल कि मात्रा नियंत्रित रहती है । नारियल का तेल हमारे शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं डालती है । नारियल के तेल मे वही फैट होता है जो फैट माँ के दूध मे होता है ।



सूरजमुखी का तेल –

इस तेल के इस्तेमाल से हमे दिल से संबन्धित बीमारियाँ नहीं होती है और हमारा दिल अच्छे से काम करता है । सूरजमुखी के तेल मे लिनोलेइक अम्ल होता है जो हमारे धमनियों मे खून का थक्का नहीं बनने देता है । सूरजमुखी के तेल मे विटामिन ई भरपूर मात्रा मे पाया जाता है । यह तेल हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कम करता है ।

तिल का तेल – तिल के तेल काले भी होते है और सफ़ेद भी होते है । तिल का तेल दोनों हो तरह के बीजो से निकाला जाता है । इस तेल मे मैगनीशियम , कैल्सियम और  प्रोटीन होता है । यह तेल हमारे शरीर मे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ने से रोकता है । तिल का तेल दिल के रोगियों के लिए अच्छा होता है और यह ब्लड प्रैशर को नियंत्रित करता है ।

सरसों का तेल –

सरसों का तेल हमारे शरीर के लिए बहुत हो लाभदायक होता है । इसमे फैट बिलकुल भी नहीं होता है यह सभी बीमारियों मे इस्तेमाल किया जा सकता है ।

हमे  इन सभी तेलों  को बारी बारी से बदल बदलकर इस्तेमाल करना चाहिए ताकि हमारी सेहत पर बुरा असर न पड़े और हम कई बीमारियों से बच सके ।

 

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