तलाश, एक टुकड़ा जिंदगी की – नीलिमा सिंघल
Post View 30,199 घर पर जमघट लगा हुआ था लोगों का तांता लगा हुआ था पुलिस की गाड़ी और एम्बुलेंस की आवाजें कानो में चीख रही थी, 4 साल की अनन्या इतने अजनबियों को देखकर रोये जा रही थी और सावित्री…..सावित्री एकटक पंखे से लटके निर्जीव पड़े शशांक को देखे जा रही थी, जिसे पुलिस … Continue reading तलाश, एक टुकड़ा जिंदगी की – नीलिमा सिंघल
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed