सफ़र मुहब्बत का (भाग -9) : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…. दीनदयाल जी महीने की आखरी तारीख को ऑफिस जाते है और सबसे मिलते है… मीरा भी गौरव को कहती है कि जो उसने सोचा है वो ना करे लेकिन वो नही मानता अब आगे…. गौरव मीरा की बात सुनकर जाने के लिया उठ जाता है ……मीरा उसका हाथ पकड़ते हुए उसे … Read more

सफ़र मुहब्बत का (भाग -8) : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा.. राहुल के मम्मी पापा गौरव के घर आते है … गौरव को अनुराधा का ऐसे सबसे मिलना कुछ ठीक नहीं लगता… अब आगे… गौरव ऑफिस जाने के लिए रेडी होकर नीचे आता है…. सबके साथ नाश्ता करता  है ….अनुराधा भी उसके साथ जाने के लिए रेडी होती है…. गौरव को table … Read more

गंगा नहाना – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

मां ने एक बार कहा, मेरे सामने ही यह चला जाए तो मैं गंगा नहा लूं । गंगा मैया से विनती है इसे मेरे मरने से पहले अपने पास बुला ले। मैंने गुस्से में कहा। मां, ऐसे भी कोई अपने बेटे के लिए बोलता है। आप कैसी मां हैं। हां हां, मैं बहुत खराब मां … Read more

गंगा नहाना – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बात करीब ४० वर्ष पहले की है पंडित दीनानाथ हमारे पड़ोसी थे,बेटे की आस में पंडित जीके घर पांच बेटियों का जन्म हो चुका था।पंडित जी अधिक पढ़ें लिखे तो थे नहीं लेकिन उनके जजमान दो बड़े बड़े सेठ थे। जिनके यहां पूजा पाठ का आयोजन होता ही रहता था।उन दोनों घरों से पंडित जी … Read more

हिस्सा नहीं, मायका चाहिए –  हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सुनिए… आज दिन में पापा का फोन आया था, कल उन्होंने हमें घर पर मिलने  के लिए बुलाया है, चलें क्या..?  पापा ने बुलाया है तो चलते हैं, जरूर कुछ जरूरी काम होगा, कल तुम तैयार रहना, मैं ऑफिस से हाफ डे लेकर तुम्हें वहां ले चलूंगा, निमिषा के ऐसा … Read more

समय हर घाव भर देता है – सुषमा यादव  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मीनू कालोनी की अपनी एक खास सहेली रमा के घर गई, वैसे तो वो मीनू से बहुत बड़ी थी,पर दोनों में बहुत अपनापन था। उसने देखा कि रमा अपने दोनों हाथों में मेहंदी रचाए दरवाजे पर मुस्कराती हुई खड़ी थी। उनके बड़ी बेटी की शादी थी। घर में खूब चहल-पहल … Read more

खुद की पहचान – कामिनी मिश्रा कनक  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अजी आज तो बड़े दिनों बाद घर से अच्छी सी खुशबू आ रही है…. रमा जी क्या पका रही हैं आप…लगता है आज तो कुछ अच्छा खाने को मिलेगा… क्या बात है , रमा जी आज इतने सारे पकवान….. कोई खास मेहमान आ रहा है क्या घर में…..  बस बस … Read more

 ये कैसा दर्द दिया पिया तूने मोहे ? (भाग 3) – बेला पुनिवाला 

लेकिन आज तो माया का दिल एक दम से टूट ही गया, उसके इतनी कोशिश के बावजूद भी मनोज उस से दूर ही रहता। माया के अंदर  जैसे युद्ध चल रहा था, इतने सालो में उसने मनोज के लिए क्या कुछ नहीं किया ? एक के बाद एक सब याद आने लगा, जो दर्द माया … Read more

 ये कैसा दर्द दिया पिया तूने मोहे ? (भाग 2) – बेला पुनिवाला 

 मनोज का मैसेज पढ़ते ही माया की जान में जान आई, कि चलो मनोज ठीक तो है ! लेकिन दूसरे ही पल माया के दिल में ये ख्याल आया, कि ” ऐसी भी क्या जल्दी जाने की, मैं अपने बच्चों की बजह से ही तो लेट हुई थी, क्या मनोज मेरा इतना भी इंतज़ार ना … Read more

 ये कैसा दर्द दिया पिया तूने मोहे ? (भाग 1) – बेला पुनिवाला 

    मनोज ज़ोर से आवाज़ लगाता है, ” माया, चलो भी अब, तुम्हें तैयार होने में कितनी देर लगती है ? शादी में मेरे सारे दोस्त पहुँच गए है और उन सब का फ़ोन आ रहा है, कि ” तुम कब आओगें ? मेरे दोस्त की बारात भी वहांँ से निकल गई है और हम अब … Read more

error: Content is protected !!