और सपना टूट गया – प्रीती सक्सेना
पापा जबसे ऑफिस से लौटे हैं, मम्मी से पता नहीं क्या बातें किए जा रहे हैं, मुझे कुछ समझ भी नहीं आ रहा, कान लगा तो रही हूं, पर कुछ पल्ले नहीं पड़ा, थोड़ी देर बाद दोनो मेरे कमरे में आए और बोले, पापा के दोस्त हैं न श्याम अंकल, उन्होंने तुम्हारा हाथ मांगा है, … Read more