नन्हा फूल – डॉ नीतू भूषण तातेड
Post View 1,986 सड़क पार करते हुए 7 वर्षीय केतू विचलित हो रहा था,” कहीं कोई गाड़ी टक्कर न मार न दे। माँ क्यों नहीं मुझे भी रिक्शा में भेजती?” हमेशा कहती है,”इतनी पास तो है तुम्हारी स्कूल,क्या जरूरत है ऑटो में जाने की?” तभी किसी ने प्यार से उसका हाथ थामा और सड़क पार … Continue reading नन्हा फूल – डॉ नीतू भूषण तातेड
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed