एक तीर दो निशाने – सीमा वर्णिका 

Post View 635 •••••••••••••••••••• “मेहरा साहब आपने वही सुना जो हमने सुना,” गुप्ता जी बोले । “अरे! वही ‘अग्निवीर भर्ती योजना’ की बात कर रहे हैं,” मेहरा साहब व्यंग्यात्मक मुस्कान लाते हुए बोले । ” अच्छा मौका है एक तीर से दो निशाने ,”गुप्ता जी की शातिर आँखों में चमक आ गई । ” सही … Continue reading एक तीर दो निशाने – सीमा वर्णिका