करनी का फल ‘ – विभा गुप्ता
” प्रिया,मेरा लंचबाॅक्स दो “ ” मम्मी, मेरा टिफ़िन बाॅक्स “ ” बहू, मेरी मालिश करने वाली तेल की शीशी कहाँ है?” सुबह उठते ही प्रतिदिन इन आवाज़ों को सुनने की मेरी आदत-सी हो गई थी।दरअसल ये आवाज़ें मेरी पड़ोसिन शर्मा आंटी के घर से आती थीं।उनके घर में उनके पति ,एक बेटा और बेटे … Read more