सुंदरम आंटी – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : पता नही क्यों बचपन से हीं मुझे   उम्रदराज और बुजुर्ग लोगों का साथ  उनका स्नेह आशीर्वाद उनकी बातें उनके अनुभव मुझे सम्मोहित करता था! अपने दादा जी के साथ मैं घंटों बैठी बाते करती सुनती! समय पता हीं नही चलता!  ऐसी हीं थी मेरी प्यारी सी सुंदरम आंटी! प्यार … Read more

रिश्तों के बीच कई बार… – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104905.495

Moral Stories in Hindi :सावन में मायके से हर साल की तरह इस साल भी बुलावा आया तो शुभा आत्मग्लानि और शर्मिंदगी से गड़ गई.. शुभा की शादी के पांचवे सालगिरह पर उसकी ननद कनाडा से दो महीने के लिए अपने मायके आई थी.. शादी में सिर्फ तीन दिन हीं रही फिर पति को छुट्टी … Read more

इल्जाम –  वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T215107.227

Moral Stories in Hindi :  सबको खिला कर किचन समेट रही थी.. बच्चों का स्कूल सुबह सुबह होता है, किचन साफ रहने से लंच बनाना आसान हो जाता है.. फुरसत से थोड़ी देर टीवी पर बिग बॉस मे होने वाले झगड़े का आनंद लूंगी.. तभी डोर बेल बजी.. सामने सोना मेरी कामवाली अपनी सात साल … Read more

खून का रिश्ता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 42

Moral Stories in Hindi : डाइनिंग टेबल पर नाश्ता लगाती मंजुला को गुड मॉर्निंग मम्मा बोलती बहु नव्या गले से लिपट गई. मम्मा आपने नाश्ता भी लगा दिए. वाओ मूंग दाल की हींग वाली कचौड़ियां हरे धनिए की चटनी और गाजर का हलवा. अम्मा जी के लिए बेसन का चीला तवे पर डाल कर आई … Read more

बेघर माँ – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 40

Moral Stories in Hindi : बहुत दिनों बाद आज बाजार गई! रास्ते में रोड के किनारे एक बुजुर्ग औरत फटे पुराने कपड़े डिब्बे और न जाने क्या क्या जमा कर के रखती थी! आज वो जगह खाली थी! मुझे अनहोनी जैसा कुछ आभास हुआ! बाजार में भी मन नहीं लगा! लौटते समय बगल के ठेले … Read more

पन्ना का रिश्ता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 41

Moral Stories in Hindi : पति की तेरहवीं पर किशोरवय बेटी का हाथ पकड़े लिपट कर रोती हुई पन्ना बेबस सी सास और ननद का ये इल्जाम मेरे बेटे को मेरे भाई को यही मनहूस खा गई.. उफ्फ लग रहा है जैसे कलेजे में खंजर घुसेड़ कर घुमा दिया हो.. आज का दिन हीं मिला … Read more

शादी करना कोई गुनाह तो नहीं – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

New Project 77

Moral Stories in Hindi : मैं तुम तीनों भाई बहनों को कोई सफाई नही देना चाहता की मैं पैंसठ साल की उम्र में एक बेटी की मां से शादी क्यों की.. तुम लोगों की बहुत बदनामी हो रही है.. उसकी चिंता है तुम्हे..  पैंसठ साल की उम्र में शादी करना तुम लोगों की नजरों में … Read more

माँ आपकी परछाई भी अब मुझे बर्दाश्त नहीं होगा – वीणा सिंह  : Moral Stories in Hindi

New Project 36

Moral Stories in Hindi : मिसेज मेहता आप कितनी हॉट और यंग लगती हैं, लगता हीं नहीं की चौदह साल की बेटी की मां हैं.. कुहू तो आपकी छोटी बहन जैसी लगती है… वैसे आप पर नहीं गई है अपने पापा जैसी है…      कुहू के कानों में पिघले सीसे सा वर्मा आंटी की बातें और … Read more

अनपढ़ माँ – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 77

Moral Stories in Hindi : मोर अपनी खूबसूरती देख कितना इतराता है, पर जैसे हीं अपने पैरों पर नजर पड़ती है उसकी सारी खुशी काफूर हो जाती है.. ऐसे हीं होते हैं #मतलबी रिश्ते # जो रिश्तों की खूबसूरती पर अपने  मतलब  से प्रश्न चिन्ह लगा देते हैं ..कृष्णा  तुझे पढ़ा लिखा कर मैने अपना … Read more

माँ या बदनुमा धब्बा – वीणा सिंह  : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 05 05T225422.575

Moral Stories in Hindi : भीखू ईंट भट्ठा के चिमनी पर दिहाड़ी मजदूरी करता था. पत्नी दुलारी दो बेटी शीला और संजू एक बेटा संतोष पांच लोगों का परिवार.. दुलारी घर घर बर्तन साफ करने और झाड़ू पोंछा का काम करती थी.. शीला ग्यारह साल की थी और संजू सात साल की संतोष चार साल … Read more

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