माँ बनूंगी सास नही – वीणा सिंह   : Moral stories in hindi

घर के काम खत्म कर फुरसत से मैगजीन के पन्ने पलट हीं रही थी कि संजय का फोन आया.. संजू मां और बाबूजी दोपहर की ट्रेन से आ रहे हैं मैं ऑफिस से हीं उन्हे लेने चला जाऊंगा.. खाना इकट्ठे खायेंगे…                छोटे बेटे समर के यहां गए मात्र पंद्रह दिन हीं तो हुए हैं…                     फ्लैश … Read more

अहमियत – वीणा सिंह: Moral stories in hindi

आज लंबे अंतराल के बाद राज से एक कांफ्रेंस के दौरान मिलना हुआ… सुखद आश्चर्य के साथ एक टीस सी दिल में उठी… उफ्फ……                             नर्सरी से हमारा साथ था… स्कूल कॉलेज में हम साथ साथ पढ़े. हम दोनो अपने विषय के टॉपर थे.. मुझे ज्यूडिशियरी में जाने की बहुत … Read more

लाल गुलाब – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

फरवरी महीना उफ्फ यादों की डायरी में मुरझाया सा सूखा सा वो लाल गुलाब न जाने क्यों सुर्ख अधखिला गुलाब बन मेरी आंखों के सामने झूमने लगता है… और दिल फिर वही अठारह साल की अल्हड़ नव यौवना सा चहक उठता है…                     स्कूल से निकल कर कॉलेज की दहलीज पर पहला दिन पहला कदम थोड़ा … Read more

किस्मत का खेल – वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

शानदार सजावट झिलमिलाती रोशनी  और मेहमानों से घर भरा हुआ रौनक बिखेर रहा था… दीपा जी बहु के स्वागत की तैयारी में मगन थी.. बनारसी साड़ी और भारी जेवर से दुलहन सी दीपा जी को थोड़ी परेशानी हो रही थी पर.. आधे घंटे में दुल्हन को लेकर दुल्हा पहुंचने हीं वाला था.. बाकी बाराती पीछे … Read more

भाग्यविधाता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  आज शहर के विख्यात स्टेडियम में मेरा सम्मान समारोह होना है.. अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर शहर में अपनी एक पहचान बनाई हूं.. और अपनी #भाग्यविधाता#भी मैं खुद हीं हूं..चीफ मिनिस्टर आज मुझे सम्मानित करेंगे.. और ये सम्मान सिर्फ मेरा नही मेरे जैसी अनेक बहनों का है जो … Read more

गंगा नहाना – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बीपी सुगर थायराइड  का सौगात तो मम्मी को इतने साल की सेवा के रूप में पापा आप ने दिया हीं है…. अब और नही अपने पिता के उठे हुए हाथ को मजबूती से पकड़े रौशन नम्रता मगर दृढ़ता से बोला..…                  सास ससुर और पति तीनों अवाक थे.…मुझमें भी अपने बेटे … Read more

मुसीबत – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पांचवी कक्षा में संजय का नामांकन हुआ. सारे बच्चों से अलग गुमसुम सा रहता! उसी स्कूल में दो साल पहले तीसरी कक्षा में एडमिशन लिया था कविता ने! ये उम्र होती है जिसमे लड़कियां और लड़के मस्त बेफिक्र और खूब बातूनी होते हैं. लड़कियां भी खूब शरारती नटखट और शोख … Read more

बहु तुम मेरी बेटी की तरह हो – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : खूबसूरत ब्यूटी पार्लर पूरे शहर की महिलाओं के बीच जाना पहचाना नाम है… मानसी इस पार्लर की ओनर आज की कहानी की नायिका है….                               बीस साल की उम्र में मानसी को उसके सास ससुर ने एक शादी में देखने के बाद उसके घर रिश्ता भेजा… मुझे अपने इंजीनियर बेटे के … Read more

पहचान (भाग 2) –  वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मैं अपनी सहपाठी निधि जो मेरे साथ पीजीआई चंडीगढ़ में पढ़ती थी उससे प्यार करता हूं आठ साल से हमारे संबंध है. ये मेरे मम्मी पापा नही है बचपन में इन्होंने मुझे गोद लिया था… मेरे मां बाप गांव में इनके घर बगीचे और जमीन जायदाद की देखभाल करते थे. … Read more

पहचान (भाग 1) –  वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : दर्शना बुटीक ये जाना पहचाना बुटीक शहर में अपनी पहचान बना महिलाओं में बेहद लोकप्रिय था. कारण दर्शना जो बुटीक की मालकिन थी उनका व्यवहार. सिलाई और कपड़ों के बेहद किफायती रेट जो मध्यम वर्गीय महिलाएं और लड़कियां भी खुशी खुशी वहन कर सकती थी.. लहंगा चोली सलवार सूट से … Read more

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