मर्यादा – उमा वर्मा
माँ, मै जा रही हूँ ।तुम मेरे पास नहीं हो ।एक परम शान्ति महसूस कर रही हूँ माँ ।गहन अंधकार छा रहा है ।कल ही दिन में तो तुम से बात हुई ही थी ।तब कहाँ पता था कि यह मेरे जीवन की आखिरी तारीख होने वाली है ।कल शाम को अचानक तबियत खराब होने … Read more