बहु जब लड झगड़कर अपने मायके पहुंची तब उसे हुआ आत्मग्लानि का एहसास !! (भाग 2 ) – स्वाति जैन : Moral Stories in Hindi

 Moral Stories in Hindi : खत पढ़ते पढ़ते मगनलाल जी को लगा जैसे उनके पीछे कोई खडा हैं उन्होने पीछे देखा तो चंदाजी खड़ी थी !! वे बोली क्या पढ़ रहे हैं जी ?? मगनलाल जी बोले तुम्हारी बड़ी बहू मायके जाने से पहले या खत लिखकर छोड़ गई है बस वही पढ़ रहा हूं … Read more

बहु जब लड झगड़कर अपने मायके पहुंची तब उसे हुआ आत्मग्लानि का एहसास !! (भाग 1) – स्वाति जैन : Moral Stories in Hindi

 Moral Stories in Hindi :निकल जाओ तुम लोग अभी की अभी मेरे घर से , भगवान यह दिन दिखाने से पहले काश मुझे उठा लेते , इतने सालों से जो परिवार एक साथ रहा मैं नहीं जानता था वह इस तरह टूटेगा , क्या यही दिन देखने के लिए तुम लोगों को इतना बडा किया … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – भाग 3 – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

दूसरे दिन रोशन बोला मां पिताजी बहुत दिन हो गए आप दोनों के साथ वक्त बिताए , चलिए चारों कल कहीं घूम आते हैं !! रुक्मणिजी और प्रकाश जी ने भी हामी भर दी मगर प्रकाश जी बोले बेटा कल तो इतवार भी नहीं हैं , तुम्हें कल समय मिल जाएगा ?? रोशन बोला मां … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – भाग 2 – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी बेटे का यह रवैया देख गुस्सा हो चुके थे वे बोले बेटा , हम तुझसे दवाई या नई चीजों का एक रुपया नहीं लेते , सिर्फ साथ चलने की उम्मीद करते हैं मगर तुम्हारे पास सिर्फ हमारे लिए समय नही हैं बाकी सभी के लिए तुम्हारे पास समय हैं !! रोशन की पत्नी … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

अरे भाई रुक्मणि कहां हो ?? मैं कब से चाय और पकोडों का इंतजार कर रहा हुं मगर तुम अब तक चाय और पकोडें लेकर आई नहीं , देखो तो बाहर बारीश आकर थम भी चुकी हैं मगर तुम अब तक रसोई से बाहर नहीं आई , प्रकाश जी बालकनी में बैठे बैठे बोले !! … Read more

छोटी बहु की मां ने उसे कुछ संस्कार नहीं दिए !! (भाग 1) – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आ गई महारानी नौकरी करके , नौकरी करके चार पैसे क्या कमाती हैं ?? रसोई में देरी से आती हैं , हम दोनों हैं ना इसकी नौकरानी जो इसको गर्म गर्म खाना बनाकर देंगी , इसने तो हम लोगों को नौकरानी ही समझ कर रखा हैं तभी तो आकर अपने … Read more

जब गृहलक्ष्मी के मन में ही छल कपट आ जाए – स्वाती जैंन  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु , इस बार दिवाली पर गांव जा रहे हैं तो मैंने और तुम्हारे ससुर जी ने सोचा हैं कि हम दोनों थोड़े महिने वहीं रुक जाएंगे अगर तुम्हें कोई दिक्कत ना हो तो ममता जी अपनी बहु रीवा से बोली !! रीवा बोली मम्मी जी , आप तीन चार … Read more

जब पति ही हैवान निकले !! – स्वाति जैन: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मुझे किसी से बात नहीं करनी और नहीं पीना यह दूध , वापस ले जाईए यह दूध का ग्लास वर्ना मैं इसे फेंक दूंगी गुस्से में बोली सौम्या !! नेहा बुझे मन से दुध का ग्लास रसोई में ले गई और पतीले में दूध वापस डालकर सोफे पर सिर टिकाकर … Read more

घर की छोटी बहु जब जलील करने लगी !! – स्वाति जैन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : लाखों में एक हैं तेरी बहु सोनिया तो गिरिजा , जैसा तेरे बेटे रोहित की कुंडली में लिखा हैं वैसी ही सुंदर बहु मिल गई तुझे मौसी जी ने अपनी बहन गिरिजा से कहा !! गिरिजा मुस्कुरा दी और अपनी बडी बहु कामिनी से बोली कामिनी बहु , जल्दी से … Read more

बहु ने ससुर जी पर चोरी का इल्जाम लगाकर उन्हें घर से निकाल दिया !- स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज दिवाली के मौके पर जब सभी वृद्ध दोस्त एक – दूसरे को दिवाली विश कर रहे थे , तो अचानक किशोर जी फुट – फुटकर रो पड़े। क्योकि उन्हे अपने घर की याद आ गई थी , आती भी क्यों ना… अभी वृद्धाश्रम आए एक महिना ही तो हुआ … Read more

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