बारात बिना दुल्हन के आयेगी। – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

हमारी बेटी के लिए हमने एक रिश्ता देखा था। लड़के के पिता यहीं मध्यप्रदेश में अच्छी सरकारी पोस्ट में थे, पत्नी घरेलू गृहणी थी। उनके तीन बेटे और एक बेटी थी। बड़ा लड़का सुधीर इंजीनियर था,मंझला बेटा आर्मी में कैप्टन था, उससे छोटा इंदौर में एम बी ए कर रहा था। बेटी बिलासपुर में कोई … Read more

नारी जाति की सबसे बड़ी गाली – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

शिवानी की शादी बड़े धूम-धाम से उसी के ही गांव में हुई थी। शिवानी नौकरी करती थी,पर उसके पति राजेश अभी पढ़ाई कर रहे थे।दोनों अलग-अलग शहरों में रहते थे। सब कुछ बहुत ही बढ़िया चल रहा था। शिवानी की सास चाहती थी कि वो जल्दी से पोते को अपनी गोद में खिलाये,। राजेश उनका … Read more

“हाय मैं शरम से लाल हो गई। – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

दिल्ली के फार्म हाउस में बड़ी बेटी की शादी हो रही थी। बाराती फ्रांस के पेरिस से आये थे। बेटी की सहेलियां भी देश विदेश से आईं थीं। हमारा परिवार और आत्मीय जन भी इस शादी में शरीक होने आये थे। विदेशी थे इसलिए इस शादी के रीति-रिवाजों में बहुत ही दिलचस्पी ले रहे थे। … Read more

वह कौन थी?? – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

मेरी दोनों बेटियां बोर्डिंग स्कूल नैनीताल में पढ़ने चली गईं थीं । बड़ी बेटी के बाद जब छोटी बेटी भी वहां पढ़ने चली गई तो  घर मानो काट खाने को दौड़ रहा हो,, मैं और ये नौकरी पर चले जाते, पर इनका अक्सर संभागीय दौरा होता था,, मैं जब स्कूल से घर आती, तो बच्चों … Read more

पापा मुझसे नफरत करते हैं – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

बेटियां तो पापा की परी होती हैं,, ,,उनका अभिमान और गौरव होती हैं,, ,,, फिर ऐसा क्या था कि उसके पापा अपनी बेटियों को अभिशाप समझते थे,, उनसे नफ़रत करते थे,,, ,,, चलिए,,,मिलते हैं एक ऐसे ही पापा से,,, ,,, मेरी हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई थी, दिल्ली में,, मुझे लगभग छः महीने तक नीचे झुकना … Read more

“सब दिन रहत ना एक समाना” – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

समय का पहिया घूमता रहता है।समय चक्र सबको अपने लपेटे में ले लेता है। बुजुर्गों ने सही कहा है। शिवानी आज़ बहुत दिनों बाद अपने ससुराल आई,, वो खामोश बैठी घर को देख रही थी,, इतने में लेखपाल आये, और बोले, बहुत बहुत बधाई हो आप को,,आप के नाम ये पूरी प्रापर्टी हो गई है,अब … Read more

“एक नारी सब पर भारी” – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

*स्त्री चाह ले यदि तो वह क्या नहीं कर सकती।अबला ना समझो उसे शक्ति का एक रुप वह भी है। इस उक्ति को चरितार्थ करती एक ऐसी ही गांव की महिला की कहानी।* करोना के बाद मेरे एक करीबी परिचित रमेश की नौकरी छूट गई थी। अब वह अपने परिवार के साथ गांव में ही … Read more

अक्ल चरने जाना। – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

माधव रिटायर्ड होने के बाद अपनी पत्नी माला के साथ गांव में रह कर खेती बाड़ी करवाते थे। बेटा,बहू शहर में रहते थे।बेटा अच्छी पोस्ट पर था। एक दिन बेटे संजय ने फोन करके मां पिता को अपने पास रहने के लिए बुलाया, साथ में यह भी कहा कि पिताजी, मां के सारे जेवर, पैसे, … Read more

गाल फुलाना ! – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

राजेश शाम को जब आफिस से घर आए तो देखा मां बाहर आंगन में बैठ कर अपनी उंगलियों को मरोड़ कर कुछ गंभीर चिंता में मगन थीं। राजेश ने मां से पूछा, क्या हुआ मां? आपको किसी ने कुछ कहा क्या? जो मुंह फुलाकर बाहर बैठी हो। मां ने गुस्से में कहा, दुलहिन,जब देखो तब … Read more

दो कदम तुम भी चलो,दो कदम हम भी चलें। – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

केशव अपनी पत्नी रूपा की जिद पर अपनी बेटी और रूपा को उसकी सहेली के मकान में लेकर पहुंचा। जहां उसने अपनी सहेली के घर में एक कमरा किराए से ले लिया था। उसे छोड़ने के बाद केशव ने मायूस होकर कहा,रूपा, क्या तुमने मुझसे तलाक लेने का फैसला कर लिया है?  नहीं, केशव, मैं … Read more

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