रास्ते बदल गए – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi
कई दशक पहले की बात है जब आज की तरह नौकरी को इतना महत्व नहीं दिया जाता था। घर में बाग- बगीचा, खेती, कुआं, ट्यूबवेल,ट्रैक्टर जीप गाड़ी….इन सब से अमीरी की पहचान होती थी। जयचंद्र एक पूंजीपति व्यक्ति थे। उनकी लगभग 150 बीघा जमीन थी। कई बड़े-बड़े बाग, तालाब, बहुत बड़ी कोठी, घर में नौकर … Read more