*”दामिनी का दम”* (भाग-8) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

राजेश काफी थक चुका था उसे नींद भी काफी आ रही थी।उसने अपनी मां से कहा_ मां  मैं नहाने जा रहा हूं तुम जल्दी से नाश्ता बना दो ।नाश्ता करके मैं थोड़ा सोना चाहता हूं । इस लड़की की वजह से मेरा बड़ा बुरा हाल हो गया है। ठीक है जाओ नहा लो बेटा मैं … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-7) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

जब दामिनी अस्पताल पहुंची सुबह के छ बज चुके थे। एक लड़की के इलाज हेतु इतने लोग और उसके साथ पुलिस को आया देख अस्पताल के लोग आश्चर्य में पड़ गए। डॉक्टरों ने उसका तुरंत इलाज कर सिर पर पट्टी बांधकर कुछ दवा दे दिया। राजेश अब बुरी तरह थक थूका  था।उसकी हिम्मत जवाब दे … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-6) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

घटना स्थल पर पहुंचकर दामिनी ने देखा करीब डेढ़ सौ की संख्या में पत्थरबाज गणेश पंडाल से कुछ दूर खड़े थे। सामने घायल अवस्था में कुछ मोहल्ले वाले और पूजा समिति के लोग लाठी डंडा लेकर उनको ललकार रहे थे। दामिनी ने अपने साथ आए लड़के से पूछा’ _ पत्थरबाज कौन हैं।क्या ये लोग इसी … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-5) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

वो थाना उस क्षेत्र का काफी व्यस्त और मुख्य पुलिस थाना था । वह शहर का का प्रमुख थाना था। जिस समय दामिनी उस थाना में प्रवेश की वहा गेट पर कोई पुलिस का जवान पहरेदारी में नही था। अंदर कुर्सियों और टेबल पर इधर उधर पुलिस के जवान गहरी नींद में सो रहे थे।उनकी … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-4) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

थोड़ी देर में बैरा कई प्लेटो में भेज आइटम ले आया ।जिसमे रोटी चावल फ्राई,पनीर मसाला,मसरूम मसाला  और सलाद आदि दो लोगो के लिए प्राप्त थे। बैरे ने खाना परोसते हुए कहा _ मैडम ये गर्म गर्म रोटियां है और जरूरत होगी तो मैं ला दूंगा । दामिनी ने कहा _ ठीक है मैं बता … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-3) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

ट्रेक जैसे ही लड़खड़ा कर पेड़ से टकराया दामिनी ने कार की ब्रेक पर अपना पैर जमा दिया । कार सड़क पर  काफी दूर घसीटती चली गई। कार रुकते ही उसने कार का गेट खोला और हाथ में रिवालबर लिए नीचे कूद पड़ी और लपकते हुए ट्रक की ओर भागी । दो बदमाश ट्रक से … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-2) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

थोड़ी देर में वो लड़का चाय पीकर लौट आया और ड्राइविंग सीट पर बैठकर टेक्सी  स्टार्ट कर आगे बढ़ा दिया। दामिनी को इतनी तेज बारिश में चाय पीकर बहुत राहत महसूस हो रही थी ।मौसम में हल्की ठंड का एहसास हो रहा था।दिन में काफी तेज धूप  और उमस थी लेकिन रात में तेज बारिश … Read more

*”दामिनी का दम”* (भाग-1) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

राजधानी एक्सप्रेस धड़ाधड़ करती हुई अपनी तूफानी गति से भागी जा रही थी ।दामिनी अपने बर्थ पर बैठी अपनी कलाई घड़ी की ओर देखी ।उसने अपने मन में कहा कुछ ही देर में मेरा स्टेशन आने वाला है ।मुझे अब अपने समान को समेटना चाहिए ।उसके पास दो बड़े बैग थे ।एक छोटा बैग था … Read more

*दूल्हा पसंद** – श्याम कुंवर भारती : Moral Stories in Hindi

रंजीता को देखने के लिए लड़के वाले आए हुए थे। आकाश और उसके छोटे भाई विजय को लेकर उसके माता पिता  लड़की देखने आए थे। आकाश बड़ा लड़का था उसकी नौकरी एक सरकारी कंपनी में हो गई थी ।छोटा लड़का विजय अभी एमबीए फाइनल इयर में था । वह देखने में बड़ा स्मार्ट लड़का था … Read more

बदचलन – श्याम कुंवर भारती : Moral Stories in Hindi

रमेश कुमार की शादी हुए लगभग एक साल हो चुके थे।को एक सरकारी कंपनी में मैनेजर के पद नियुक्त था।शादी से पहले वो एक हट्टा कट्टा नौजवान था।देखने में काफी स्मार्ट और सुंदर था।लेकिन शादी के बाद उसकी चुस्ती फुर्ती और स्मार्टनेस कम होने लगी थी।हालांकि वो एक खाते पीते परिवार का लड़का  था। किसी … Read more

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