निर्णय – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi
तनिशा हाथ में राखी लिए पारिवारिक फोटो के सामने उदास बैठी आंखों में आंसू लिए सोच रही थी कि आज राखी है और न तो दोनों बहनों ने न भाई ने और तो और मम्मी ने भी मुझे याद नहीं किया। सुबह से शाम हो गई किसी का एक फोन भी नहीं आया।सब इकट्ठे हो … Read more