पुनः एक बार – श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

moral story in hindi

रात नींद के आगोश में समाने ही जा रही थी कि मोबाइल के पटल पर प्रकाश जगमगा उठा, नाम पढ़ा.. अनुराधा.. उंगलियों ने अपने कदम पीछे हटा लिए आज इतने दिनों बाद कैसे अनु ने फोन किया था, स्मिता समझने की कोशिश कर नहीं पाई कि फोन कट गया.. वापस फोन लगाने की हिम्मत ही … Read more

लकीर – श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T215107.227

अनुज के लिए दक्षा का रिश्ता आया था. मालिनी जी को सहज विश्वास ही नहीं होता कि अनुज इतना बड़ा हो गया. ऐसा नहीं लगता कि सब कुछ कल ही की बात हो एक लंबा समय व्यतीत हुआ है मगर मां के लिए कभी उसका बच्चा बड़ा नहीं होता आज भी अनुज के बचपन के … Read more

वक्त रहते -श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

short story in hindi

# दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है.. कहानी -वक्त रहते   “अम्मा,, ओ अम्मा,, उठो अम्मा, ई का होई गवा,अम्मा “सुषमा चीख उठी और फिर फफक कर रोने लगी, उसकी सास झिंझोड़ने से अचकचा कर उठीं,,,, ” का हुई गवा दुलहिन,”, “अरे अम्मा, गजब हुई गवा, दीदी फांसी लगा लिहिन अम्मा.. … Read more

हमसफ़र- श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

New Project 44

समय को भी पंख लग जाते हैं क्या, बेटियां कैसे देखते-देखते बड़ी हो जाती हैं ना,,अमलतास के खिलने का मौसम यही अप्रैल, मई हीं तो होता है और इसी महीने में अपर्णा पैदा हुई थी, तभी शिवानी ने आँगन में अमलतास लगाया था.  इस बार उसका बीसवां जन्मदिन मनाने की तैयारी है.तैयारी तो बस पूछिए … Read more

error: Content is Copyright protected !!