जैसे को तैसा – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

   लाजो जी थोड़ा बहुत काम में आप भी हाथ बंटाया कीजिए बहू श्वेता के….. इससे आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा आप एक्टिव भी रहेंगी और श्वेता की काम में मदद भी हो जायेगी…! बजरंगी प्रसाद जी ने पत्नी लाजो जी को समझाने की कोशिश की…।           देखिए जी अब मुझसे काम धाम नहीं होता… हड्डियों में दर्द … Read more

अर्धांगिनी की कद्र कीजिये पतिदेव – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 उठो विप्लव जल्दी से तैयार हो जाओ आज ड्राइवर नहीं आया है तो गाड़ी लेकर बुकिंग में तुम्हें ही जाना पड़ेगा बद्री प्रसाद जी ने अपने बेटे विप्लव को उठाते हुए कहा….! अरे पापा यह नौकरों वाला काम मुझे पसंद नहीं है.. कह कर विप्लव करवट बदल कर फिर सो गया…।  देखो विप्लव यह बिजनेस … Read more

दायित्व या त्याग – संध्या त्रिपाठी  : Moral stories in hindi

  जज अंकल …आप तो मुझे ही मम्मी पापा से अलग कर दीजिए ..मेरा मतलब तलाक दे दीजिए …ये क्या है ना , मम्मी अलग मुझे समझाती रहती हैं कि …जब जज साहब पूछे किसके साथ रहना है तो मैं उनका नाम लूं… और पापा अलग समझाते हैं कि मैं उनका नाम लूं…. मैं तो रोज-रोज … Read more

आप कैसी सास हो माँ – संध्या त्रिपाठी   : Moral stories in hindi

      सवा नौ बज गए हैं ….अभी तक तुम्हारा टिफिन पैक नहीं हुआ….?? मैं चला…. शांतनु ने देर होने से मानसी पर गुस्सा होते हुए कहा…     अरे शांतनु रुको तो…. एक मिनट बस हो ही गया है ….मानसी ने अपने काम की स्पीड बढ़ा दी….! जल्दी-जल्दी टिफिन पैक किया और दौड़ कर बाहर गई… तुरंत ही … Read more

झूमका – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 क्या बात है छोटी …जब से दिल्ली से आई है खोई- खोई रहती है अपने आप हँसती है…… मुस्कुराती है…. और बार-बार ये अपने कान के झुमके को क्यों छु कर शरमा जाती है…..I तू तो खेलने गई थी ना दिल्ली , कौन सा खेल ……खेल के आ रही है कहीं दिल के खेल में … Read more

नफा या नुकसान – संध्या त्रिपाठी   :Moral stories in hindi

 मम्मी इतनी सुबह से उठकर क्या खटर पटर कर रही हो….. आराम से सोती क्यों नहीं हो ….?? मायके आई बिटिया स्वरा ने माँ सुगंधा से कहा ……..अरे तू सो ना भाई….. मुझे काम करने दे …… 12:00 बजे तक समधन जी लोग आ जाएंगी….. सारा काम कैसे होगा….? सुगंधा ने भी तुरंत जवाब दे … Read more

काजल -संध्या त्रिपाठी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अरे मोरी मैया ..एक तो बिटिया ऊपर से निच्चट करिया  (एक तो लड़की ऊपर से एकदम काली ) केकरे घरे जइहें ( किसके घर जाएगी) नवजात शिशु को देखते ही दमयंती के मुंह से एकाएक ऐसे वाक्य निकल गए…!  बच्चे के बगल में लेटी माँ समीक्षा ने लंबी सांस लेकर … Read more

मझली बहू – संध्या त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

 राघव ओ राघव कहाँ गया….. मझली बहू मालती , जरा देखो तो अपने जेठ जी को किसी से अंदर बुलवा दो…. पंडित जी इंतजार कर रहे हैं सासु माँ ने मझली बहू मालती को आवाज देकर कहा …… तुम्हारी जेठानी जी पूजा में बैठकर जेठ जी का इंतजार कर रही है……! हाँ – हाँ माँ … Read more

दामाद भी श्रवण कुमार – संध्या त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

 हे भगवान…..! मुझे भी दोनों दामाद ध्वनि को जैसे मिले हैं वैसे ही मिल जाए तो मेरी भी जिंदगी सफल हो जाए …….मिसेज शर्मा ने अपने मन की बात शर्मा जी से कहा….मिसेज शर्मा की बात सुनते ही शर्मा जी ने पूछा….. अरे , ऐसी क्या बात है उनके दामादों में ….जो और सभी के … Read more

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर – संध्या त्रिपाठी  : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  शुभ्रा दीदी …एक बात पूछूं ..? सच-सच बताइएगा…. पहले वादा करिए …आप झूठ तो नहीं बोलेंगी ना…. अरे नहीं प्रभा …तू तो मेरी छोटी बहन है तुझसे क्यों झूठ बोलने लगी भला…. कपड़े समेटते हुए बड़ी सहजता से शुभ्रा ने जवाब दिया….            तो बताइए आपकी शादी ना करने के निर्णय … Read more

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