दिव्यतारा (भाग-3) – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi
अब तक आपने पढ़ा — अम्मा आज आप भी ले ही लो ना ….आज आपका पोता पास हुआ है ….रसगुल्ला के रस को निचोड़ते हुए मालती ने कहा …. अरे अब पूरा ही रस निचोड़ कर देगी क्या बहू ….तो क्या मैं रूई के समान बेस्वाद सीठा सीठा रसगुल्ला खाऊंगी …… मां अभी सुगर बढ़ा … Read more