काश- संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi
ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी होते ही विधि ने ध्यान से अपना चेहरा देखा…..अरे आज तो उसके चेहरे की झाइयाँ कुछ ज्यादा ही गहरी दिखाई दे रहीं थीं…….ओह मैंने तो ध्यान ही नहीं दिया……या शायद समय ही नहीं मिला ध्यान देने का…..! ये चेहरे पर झुर्रियां भी पड़ने लगी…. क्या मेरा ” बुढ़ापा ” आने … Read more