मुझे हक है – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

“मुझे हक है” विवाह फिल्म का यह गाना ना जाने कितने ही लड़कियों की दिल की धड़कन बढ़ा देता हैं…. उस वक्त यह फिल्म आई थी, तब से आज तक जो लड़कियां नई-नई शादी के बंधन में बंधने जाती है… कहीं ना कहीं खुद को उस फिल्म की पूनम और अपने होने वाले पति को … Read more

खानदान की इज्जत – रोनिता कुंडु   : Moral Stories in Hindi

सुनिए जी… आपको कुछ कहना था… मम्मी के बारे में गीतिका ने अपने पति शशांक से कहा…  शशांक:  अरे यार… फिर से शुरू मत हो जाना तुम… दिन भर काम करके बंदा घर आकर दो घड़ी चैन से सोएगा या फिर घर की महाभारत सुनेगा..? सोने दो मुझे चैन से और खुद भी सो जाओ… … Read more

कलंक –  रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

अभी नर्मदा जी को दो-तीन दिन आईसीयू में ही रखना पड़ेगा… उसके बाद ही उनकी हालत के बारे में अच्छे से बता सकते हैं… उन्हें दिल का दौरा पड़ा है… डॉक्टर ने रोहित और आंचल से कहा… डॉक्टर यह सब कह ही रहे होते हैं तभी रोहित की बहन राधिका दौड़ती हुई वहां आई और … Read more

मतभेद – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

सुनिए… आप जरा ऑफिस से जल्दी आ जाना… राशन खत्म हो गया है… वह लाने चलेंगे… पदमा ने अपने पति रवि से कहा  रवि:   क्या राशन खत्म..? वह भी महीने के बीच में..? पर मैं तो राशन पूरे महीने का ही लाता हूं ना…? ऐसे कैसे बीच में ही खत्म हो गए..? पदमा:   … Read more

सीमा रेखा – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

बेटा… अगर हो सके तो तुम्हारी सैलरी आते ही इस बार सबसे पहले मेरा चश्मा बनवा देना या फिर नया ही दिलवा देना… बड़ी तकलीफ होती है बेटा… चश्मा के बगैर… अशोक जी ने अपनी बेटे नामित से कहा  नामित:   आपका ना मुझे समझ नहीं आता पापा… हर बार सैलरी आई नहीं उससे पहले … Read more

बासी बहू के लिए, और अच्छा उसे नसीब नहीं – रोनिता कुंडु   : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी.. मैं खाना खाने बैठी हूं… खा लूं फिर आपकी दवाई देती हूं.. मनीषी ने कहा  जब तुम्हें पता ही होता है खाना खाने के बाद ही मुझे दवाई लेनी होती है… फिर पहले ही मुझे दवाई देकर क्यों नहीं खाने बैठी..? या फिर यूं कह लो आज पुलाव देखकर तुम्हारी जीभ सब्र नहीं … Read more

किसी को तो बदलना पड़ेगा – रोनिता : Moral Stories in Hindi

बहू…! आज खाना मिल जाएगा क्या..? 1:30 बज गए हैं… तुम्हें नहीं पता मुझे दवाई भी लेनी होती है..? कमला जी ने आवाज लगाई, तभी अंदर से रागिनी अपने 8 महीने के बेटे बबलू को लेकर बाहर आई… बबलू रोए जा रहा था और रागिनी उसे थपकी देते हुए कमला जी से कहती है… मम्मी … Read more

बेचारी..? कौन बेचारी..? – रोनिता : Moral Stories in Hindi

सुना है मनोज…. हमारे पड़ोस के वर्मा जी के बेटे का तलाक हो रहा है… यह तो होना ही था… रोज-रोज के झगड़ों से अच्छा है कि एक ही बार में अलग हो जाए… आशा जी ने अपने बेटे मनोज से कहा  मनोज:   अच्छा..? पर अतुल भैया और सीमा भाभी तो बड़े खुश दिखते … Read more

बेटी गुरुर.. बहू क्लेश..? – रोनिता : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी..! आंचल की सासू मां का फोन आया था… वह आंचल की गोद भराई की रस्म है, हमें बुलाया है…. नायरा ने अपनी सास गायत्री जी से कहा…  गायत्री जी:   अच्छा… पर समधन जी ने मुझे फोन ना करके तुम्हें क्यों किया…? नायरा:   वह कर रही थी कि आपका फोन नहीं लग … Read more

रिश्तो की जरूरत – रोनिता कुंडु Moral Stories in Hindi

नेहा..! तुम आ गई..? तुम बैठो मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आती हूं… वही अरनव बैठा टीवी देख रहा था… नमिता के ऐसा कहते ही अरनव थोड़ा चिढ़ गया… थोड़ी देर में नेहा के लिए, नामित पानी लेकर आती है… जिसे पीकर नेहा कहती है… बड़ी राहत मिली दीदी… बहुत गर्मी है, बहुत थक भी … Read more

error: Content is protected !!