भाग्यहीन – रोनिता : Moral Stories in Hindi
अरे गीत, इधर भी दो नाश्ता। ध्यान कहां रहता है तुम्हारा? यह कहते हुए कावेरी जी अपनी बेटी की सास शोभा जी से कहती है, वह क्या है ना बहन जी? इस पर से जो ज़रा सा भी ध्यान हटाओ तो इसकी कामचोरी शुरू शोभा जी: बहन जी! बुरा ना माने तो एक बात पूछूं? … Read more