मंगल तिलक – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : यह आप किस कर्ज की बात कर रहे हो जी? जो आप नहीं उतार सकते ।आप तो अपने आप में इतने समर्थ हो, फिर क्यों बार-बार ऐसा कहते हो कि मैं उसका कर्ज जीवन भर नहीं उतार सकता। ईश्वर ने आपको हीरे सा बेटा दिया है सारे सुख ऐश्वर्य आपको … Read more

गुलाबी सुबह – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: ओ प्रिया ,प्रिया ,प्रिया कितना इंतजार किया तुमने और मैंने इस दिन का, आया भी तो इतने शुभ दिन पर ,होली का त्यौहार है गुलाबी सुबह , गुलाबी मौसम और हम दोनो एक दूसरे के साथ इतने लंबे इंतजार के बाद… पलाश ने अपनी पत्नी की गोद में अपना सर रखे … Read more

Categories Uncategorized

पावनी का न्याय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : गांव में पंचायत लगी थी ,सभी को पंचायत के फैसले का इंतजार था। पंचायत प्रमुख विष्णु पावनी के मुंह से सुनना चाहते थे कि उसके साथ क्या हुआ और किसने किया । लेकिन पावनी नीचे सिर झुकाए रो रही थी ,उसकी आंखों का झरना रुकने का नाम नहीं ले रहा … Read more

Categories Uncategorized

हवेली – ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जून की दोपहर का वक्त है, गरम-गरम लू चल रही है, गर्मी की वजह से एक चिड़िया का बच्चा भी बाहर नजर नहीं आ रहा था। हर छोटा बड़ा गांव में अपने घर में बैठे हैं ।बच्चों के स्कूल की छुट्टियां चल रही है, तो मांए भी छोटे बच्चों को … Read more

सुखद स्मृतियां “कार्तिक स्नान”  –  ritu gupta  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मुझे अच्छे से याद है बचपन में जब पूरा मोहल्ला एक साथ एक ट्रैक्टर में भरकर एक साथ प्यार से गंगा स्नान को जाया करते।तब मोहल्ला मोहल्ला नहीं कहलाता था कोई पड़ोसी पड़ोसी नहीं होते थे,  (सभी एक परिवार की तरह रहते ,सबके घर आंगन एक दूसरे के लिए हमेशा … Read more

“परिपक्वता”- ऋतु गुप्ता   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : पूरे घर में जब से पता चला है कि उनकी प्यारी श्रेया किसी अबराम फल वाले को पसंद करती है, मिलती है, अभी उम्र ही क्या है श्रेया की, अभी पिछले महीने ही तो 18 वर्ष की पूरी हुई है। हमारे प्यार, लाड दुलार का और हमारी छूट का श्रेया … Read more

प्रेम सिंधारा – ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मीता और मयंक की शादी को चार महीने होने को आये,दोनों का प्रेम विवाह हुआ है, मंयक के परिवार वालों ने तो इस रिश्ते को आगे बढ़कर अपनी स्वीकृति दे ही दी और स्वागत किया ।लेकिन ना जाने क्यों मीता के परिवार वाले इस रिश्ते को स्वीकृति देने में अपनी … Read more

Categories Uncategorized

सन्यासी कौन? – ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : गुलमोहर और पारिजात के वृक्षों से छनकर आ रहा सूर्य का प्रकाश सीधे उमा के चेहरे को छू रहा था, सुरभित पवन के वेग के साथ साथ फूलों की महक भी उमा के हृदय में समा रही थी। कुछ एक फूल आते जाते लोगों के पांव तले अपने अस्तित्व को … Read more

“बातों ही बातों में” – ऋतु गुप्ता : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi अले अले बाबा ! ये आप अभी क्या कर रहे हो,देखो आपके कपड़ों पर कितने दाग लग गये है,आपके सारे कपड़े गन्दे हो गये है,पर आप ये जूठी जामुन की गुठली मिट्टीं में क्यूं दबा रहे हो, नन्हे से चुन्नू ने अपनी तोतली जुबान में अपने बाबा से जब ये … Read more

“हां शून्य है मेरे पापा” – ऋतु गुप्ता : Short Story in hindi

हां बस पापा, आप और मम्मी कल सुबह की ट्रेन से कॉलेज आ जाइएगा, आपकी और मम्मी की दोनों की टिकट मैंने करवा दी है, बस आपको अपने जरूरत का जरुरी सामान लेकर ही यहां आना है, बाकी किसी ज्यादा सामान की जरूरत नहीं है। देव ने अपने पापा आलोक से कहा तो आलोक ने … Read more

error: Content is protected !!