अनूठा प्रेम -रीमा महेन्द्र ठाकुर : Moral Stories in Hindi
वो सून्दर सी पालकी “गुलाब के फूलो से सजी हुई थी।उन फूलो की खूश्बू से पूरा वातावरण सुगान्धित था।हवा के झोकेअपने होने का अहसास दिला रहे थे। रुपमती का यौवन उसकी स्वरलहरियो” जैसा परिपूर्ण था। उसकी लटे उसकी खूबसूरती कोऔर भी ज्यादा निखार रही थी।पालकी को कहारो ने महल के प्रागंण मे उतारा “बहुत सारी … Read more