नीलांजना ( भाग-5 ) – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi
…एक पूरे दिन सफर करने के बाद वह बेंगलुरु पहुंचा… हॉस्टल के नंबर से… हॉस्टल का पता लगाता हुआ… पहले शाम्भवी के हॉस्टल में पहुंचा… उसका मोबाइल नोट रीचेबल आ रहा था… हॉस्टल वार्डन से पता चला कि 10 दिन पहले वह कमरा खाली कर चुकी है… कहां गई इसका कोई रिकॉर्ड वहां नहीं था… … Read more