आपके आशीर्वाद के बिना सब बेकार है….. : रश्मि प्रकाश

‘‘ये क्या अनर्थ कर दिया तुमने,  कितनी बार समझाया है तुम अपने कमरे से बाहर नहीं निकल सकती। घर में शुभ काम की तैयारी चलरही है, तुम अपना अशुभ साया लल्ला किशु पर मत पड़ने दो। अरे क्यों चाहती हो घर में जितने मेहमान आए हैं वो बातें बनाएं?‘‘ घर कीबड़ी बहू  सुचिता पावनी से … Read more

मम्मी जी की ये आदत अच्छी नहीं है… – रश्मि प्रकाश

“ हद करती हैं मम्मी जी भी… क्या हुआ जो जरा सा आदि को गोद में लेकर गले लगा लिया….पता नहीं उनके मन में क्या चलता रहता है समझ ही नहीं आता …..सच कह रही हूँ मम्मी जी की ये आदत अच्छी नहीं है … जो मुझे सुना देती है…..निकुंज आप कुछ क्यों नहीं कहते…. … Read more

चाहत है ख़ुशियों वाला घर मिले नौकरों वाला नहीं…. – रश्मि प्रकाश 

 “वह हमारे सपनों का घर था.. और आज उस घर को यूँ तोड़ फोड़ कर के नया रंग रूप देना ज़रूरी था क्या… अरे बच्चे कितने दिन हीहमारे पास में रहेंगे…..आपको नहीं लगता ये निर्णय हम बहुत जल्दी में कर रहे … ।”अपने पति से कहती कल्याणी जी अपने सपनों केघर को निहार रही थी  … Read more

कुछ सीखो भाभी से…. – रश्मि प्रकाश

“ क्या यार सुनयना…. जब भी हम किसी पार्टी में जाते हैं तुम बस एक साड़ी लपेट लेती हो …. थोड़ा मेकअप किया करो…. घर में बस एक नाइटी डाल कर रहना… कहीं अचानक जाना हो तो एक सूट डाली और चल दी…. कहां मैं सोचता था मेरी बीवी एकदम टिपटॉप मिलेगी पर तुम तो … Read more

वक्त हमेशा एक सा नहीं रहता .. – रश्मि प्रकाश

मौसम हमेशा एक सा नहीं रहता कांता …आज धूप है तो कल छाँव भी होगी… एक दिन तेरी किस्मत में भी अच्छे दिन आयेंगे… तू चिंता क्यों करती हैं हम है ना तेरे साथ… जाने दें तेरे पति ने जब साफ साफ कह ही दिया उसको तेरे साथ नहीं रहना… फिर उसको जिसकेसाथ जाना जाने … Read more

बहू मुझे जाने के लिए मत कहना… – रश्मि प्रकाश

“ नमस्ते मम्मी जी , आप कब आ रही है..?” कृतिका ने सासु माँ रत्ना जी से पूछा. “ बहू अभी तो मेरी तबियत ठीक नहीं चल रही है… ठीक होते ही खबर करूँगी फिर रितेश से कह कर टिकट करवा देना..।” कराहती सी आवाज़ में रत्ना जी ने कहा. “ ओहह…. सोच रही थी … Read more

फिर भरोसा क्यों टूटा?? – रश्मि प्रकाश

कभी-कभी इंसान इतना बेबस हों जाता है कि उस इंसान को भी सुना देता है जिसे वो बहुत अच्छी तरह से जानता हो…. ऐसा ही आज सद्भावना निवास में हुआ था जहाँ घर की बेटी तो नहीं पल बेटी जैसी पर भरोसा नहीं किया जा सका था….कनिका वो लड़की जो इस घर को अपना और … Read more

माँ मैं बहुत बुरी हूँ ना…. – रश्मि प्रकाश

आज माँ को इस हालत में देख कर सुमिता के आँसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे…. वो माँ जो हर वक़्त काम करती नज़र आती थी आज बिस्तर पर पड़ी थी…. एक तो उम्र का असर और काम करते रहने की वजह से शरीर भी लाचार सा हो गया था…. माँ दमयंती जी … Read more

 इस बार ससुराल नहीं जाऊँगी… – रश्मि प्रकाश

रागिनी को जब पता चला कि वह माँ बनने वाली है तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा था ये यूँ तो उसका दूसरा बच्चा था पर ख़ुशी दुगुनी हो रही थी क्योंकि उसने अपने पति तुषार से यही कहकर दूसरे बच्चे के लिए हामी भरी थी कि पहले बच्चे के वक़्त मुझे महसूस ही … Read more

बहू अब तो बेटे को बड़ा बनने दो… – रश्मि प्रकाश

आ गया मेरा राजा बेटा ।” अंश के स्कूल से आते निशि जल्दी से उसके कंधे से बैग निकालती हुए उसके जूते मोजे और कपड़े निकालते उससे स्कूल की बातें करने लगी “ बहू तुम तो हर वक्त अंश में ही लगी रहती हो… अब वो उतना बच्चा भी नहीं रहा कि वो खुद से … Read more

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