एक बार फिर (भाग 39 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

प्रिया और शेखर की शादी के बाद अगले दिन बहुत खुशी का माहौल होता है। शेखर के पापा कंस्ट्रक्शन बिजनेस में पहली बार कदम रखते हैं डील फाइनल होती है। डिनर के बाद सभी आपस में बात करते हैं और शादी के फंक्शन के बारे में डिसाइड करते हैं कि तभी किसी अननोन नंबर से … Read more

एक बार फिर (भाग 38 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर और प्रिया की कोर्ट मैरिज के बाद अगली सुबह  दादी कहती हैं कि प्रिया और शेखर की शादी पूरे रीति-रिवाज के साथ की जाएगी बाकी रस्में भी परंपरागत ढंग से होंगी तब तक प्रिया को मायके भेज दिया जाए। दूसरी तरफ शेखर के पापा शेखर को साढ़े दस बजे ऑफिस पहुंचने को कहते हैं … Read more

एक बार फिर (भाग 37 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर और प्रिया कोर्ट में शादी कर लेते हैं। क्योंकि शेखर कहता है कि मैं तुम्हें अब मना करने का मौका नहीं दूंगा। प्रिया रेड साड़ी में घूंघट ओढ़े शेखर के रूम में बैठी हुई होती है आज उनकी फर्स्ट नाइट है अब आगे- उसके गालों का रंग साड़ी को मैच कर रहा था, शेखर … Read more

एक बार फिर (भाग 36 ) अंतिम भाग – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर और प्रिया के बीच तनाव के चलते प्रिया शेखर से कहती है कि उसे इस रिश्ते के बारे में फिर से सोचना है। शेखर अपनी मॉम को बता देता है कि उसने प्रिया के साथ क्या किया है?? इससे‌ वह बेहद अपसैट हो जाती हैं और प्रिया से माफी मांगती हैं। प्रिया को सॉरी … Read more

एक बार फिर (भाग 35 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर प्रिया के साथ मिसबिहेव करता है जिससे प्रिया बहुत अपसैट हो जाती है। शेखर को रियलाइज होता है वो परेशान हो जाता है वह घर आकर डिनर के बाद समर को फोन करता है अब आगे- हैलो! शेखर! “नाईस” आज‌ कैसे याद कर लिया दोस्त को?? भाभी से फुर्सत मिल गई समर ने हंस … Read more

एक बार फिर (भाग 34 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

पिछले भाग में आपने पढ़ा कि प्रिया रिनी खन्ना से मिलने ब्लैक पेपर रेस्तरां जाती है जहां रिनी खन्ना उसे शेखर के खिलाफ बहुत कुछ कहती है। प्रिया उसको करारा जवाब देती‌ है। शेखर प्रिया को लेकर निकल जाता है। अब आगे- शेखर तेजी से गाड़ी ड्राइव कर रहा था, शेखर! शाम गहरा रही है, … Read more

एक बार फिर (भाग 33 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

रिनी खन्ना प्रिया से मिलने के लिए मीटिंग और जगह फिक्स करती है ‌परन्तु प्रिया मना कर देती है। अब आगे- रिनी और विक्रांत खन्ना ऑफिस में बहस कर ही रहे थे कि रिनी का फोन बज उठा। शेखर की कॉल थी। हैलो! तो उसने तुम्हें बता दिया कि मैं उससे मिलने का सोच रही … Read more

एक बार फिर (भाग 32 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

अब तक आपने पढ़ा कि शेखर प्रिया की दी के यहां डिनर पर जाता है। जहां प्रिया शेखर से मिल कर प्राब्लम साल्व कर लेती है। वो रियलाइज करती है कि शेखर उसके लिए सबसे इम्पोर्टेंट है। दोनो दोबारा से दोनों एक हो जाते हैं अब आगे – प्रिया ऑफिस में फाइल्स चैक कर रही … Read more

एक बार फिर (भाग 31 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

प्रिया, शेखर से अलग हो कर उसको मिस करती है। जब वह मिलते हैं तो प्रिया उसको सॉरी कहती है अब आगे- शेखर का फोन बजा जो नाम फ्लैश‌ हुआ वो रिनी खन्ना का था। शेखर ने फोन काट दिया। वो प्रिया की तरफ देखने लगा। किसका फोन था??? तुम्हारी सौतन थी, बात कर लूं??? … Read more

एक बार फिर (भाग 30 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर प्रिया के जाने से अकेला हो जाता है। वो अपने दोस्त समर को बुलाता है। वो दोनों आपस में बातचीत करते हैं। समर उसे हौसला देता है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। शेखर अपने को काम में बिजी कर लेता है। दो दिन बाद जब शेखर ऑफिस से निकल रहा होता है तभी … Read more

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