सब्र का बांध – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

‘अजय तुम्हें पता है कल सुबह सुलभा आ रही है। वह भी रौशन के सम्मान समारोह में जाना चाहती है। रौशन उसका प्यारा भतीजा जो है। और बिना बहिन बेटी के कोई शुभकाम कैसे हो सकता है।’ मालती जी ने उत्साहित होते हुए कहा। अजय ने कहा- ‘माँ यह तो बहुत खुशी की बात है। … Read more

मैं हूं ना – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

सेठ रतनलाल की शानदार हवेली और उससे जुड़ा हुआ एक बहुत बड़ा कमरा, जहाँ जसवंत के जन्म लिया, खेला, बड़ा हुआ और आज बैंक में मैनेजर बन गया है।सुबह का समय वह कमरे के बाहर बनी एक छोटी सी फुलवारी में अपने मित्र रमेश के साथ कुर्सी पर बैठा हुआ चाय पी रहा था। रतन … Read more

वजूद – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज विद्याधर पाण्डे जी के जीवन की बहुत बड़ी साध पूरी हुई। बहुत ही खुशी का दिन था। उनका बेटा सुबोध आइएएस अफसर बन गया था। उसकी प्रथम पोस्टिंग थी। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था,लग रहा था जैसे उनके पैरो में फिर से जान आ गई है। उनके सारे … Read more

घाव का मल्हम – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  ‘सूर्या के बापू दो साल हो गए, अब सूर्या की हालत देखी नहीं जाती। कितनी दुबली हो गई है, अभी उम्र ही क्या है उसकी अकेले बैठे -बैठे बस रोती रहती है। दामादजी का असमय गुजरना उसे अन्दर से पूरी तरह तोड़ गया है।’ ‘सही कह रही  हो सावित्री राजेश … Read more

मित्रता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 ‘आप चिन्ता न करें आण्टी जी, मैं माला को कुछ नहीं होने दूॅंगी। आप हिम्मत रखिये सब ठीक होगा। कल उसका आपरेशन है, मैं ही करूँगी, मैंने उसके सारे टेस्ट करवा लिए है। सारा इन्तजाम भी कर लिया है।’ ‘पर बेटा माला के बापू को आने में वक्त लगेगा वे कल रात तक आ पाऐंगे। … Read more

गुण्डा – पुष्पा जोशी : short moral stories in hindi

 जगमोहन नाम था उसका। अभी दो वर्ष पूर्व इस शहर में आया। एक हृष्ट पुष्ट नौजवान। दबंग प्रकृति का था। परिवार में कोई नहीं था। अकेला रहता था। जिस गली में रहता था, वह गली तो गली सारे शहर में उसका दबदबा था। लोग उसे गुण्डा समझते थे, और जग्गू दादा कहते थे।  सौम्या विद्यालय … Read more

अन्त:करण की पीड़ा – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘साहब आपने जो काम दिया था, वह मैंने पूरा कर दिया।’ रामलाल ने आकर चेतन कुमार से कहा।’तो वे उठकर बैठ गए।आज रविवार था और कोर्ट की छुट्टी थी, अत: वे उठने के बाद फिर आराम कुर्सी पर कुछ आराम करने के लिए लेट गए थे। उन्होंने उत्सुकता से रामलाल … Read more

*स्पष्ट वादिता* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  नीरज की अभी छह महिने पूर्व शादी हुई थी, और उसे आज उसके ससुराल बुलाया गया था। नीरज का ससुराल बहुत पैसे वाला था, और रोमा उनकी इकलौती, लाड़ली बेटी थी। नीरज बेहद खूबसूरत,लम्बापूरा नौजवान था। जो देखता, देखता ही रह जाता। प्रभावशाली व्यक्तित्व था उसका। नीरज और रोमा एक … Read more

छलनी कर डालना – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 ‘बस ताऊजी आप रहने दीजिये,ये मेरी माँ है इनका ध्यान मैं रख लूंगा।’   ‘देखो तो इसकी हिम्मत अपने ताऊ से जबान लड़ा रहा है, तेरी इतनी हिम्मत, अभी बताती हूँ।’ कहकर विमला जी ने कृष्णा को मारने के लिए हाथ उठाया तो उसने उनका हाथ पकड़ लिया। वह बोला- ‘माँ हम अब यहाँ नहीं … Read more

आशीर्वाद का छत्र – पुष्पा जोशी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आशीर्वाद की चाह प्रायः सभी को होती है,अक्सर लोगों को कहते सुना है, आप आशीर्वाद दे, कि मेरा यह काम हो जाए, मुझे सफलता मिले।आशीर्वाद देने वाला कह भी देता है,तुम्हारी इच्छा पूरी हो। मगर…. क्या सभी फलीभूत होते है। सही आशीर्वाद तो वे हैं जो स्वत: दिल से नि:सृत … Read more

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