लड़कों के साथ बेड टच – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

मम्मी में स्कूल नहीं जाऊंगा, स्कूल नहीं जाऊंगा। छोटा सा बच्चा माधव नींद में चिल्ला रहा था।  माधव की मम्मी नेहा को बड़ी विचित्र लगी उसकी यह हरकत। ऐसा तो पहले माधव ने कभी नहीं किया नींद में। माधव तो 5 साल से लगातार स्कूल जा रहा है। पढ़ने में भी खूब अच्छा है। कभी … Read more

खरा सोना – प्राची अग्रवाल  : Moral stories in hindi

संध्या और उसके पति हेमंत दोनों ही प्राइवेट नौकरी करते। पहले केवल हेमंत एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। घर गृहस्थी बढ़ जाने पर बच्चों की पढ़ाई लिखाई का अधिक खर्च होने के कारण संध्या भी काम पर जाने लगती है। मकान घर का है। इसलिए थोड़ी राहत सी महसूस होती। संध्या की सास … Read more

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धागे प्रेम के – प्राची अग्रवाल : Moral stories in hindi

घर को फूलों से अच्छी तरह से सजाया जा रहा था। सभी दरवाजों पर वंदरवार लगायी जा रही थी। बैलून डेकोरेशन वाला हार्ट की शॉप में लाल गुलाबी गुब्बारे फुला रहा था। कई मेकअप आर्टिस्ट घर की और रिश्तेदारी की महिलाओं को सजाने-संवारने के लिए लगे हुए थे। कुछ रिश्तेदार आ चुके थे। कुछ आ … Read more

बेटियों को मत दो गलत सलाह – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अवनीश जी की लड़की अपना ससुराल छोड़कर वापस मायके आ गई। सबने वर पक्ष की ही गलती बताई। विवाह के मात्र 6 महीने पश्चात लड़की घर वापस आ गई। खूबसूरत शौकत से विवाह किया गया था। दोनों पक्षों की तरफ से अधांधुध पैसा भी बहाया गया। शुरू में महीना भर तो सही चला। किंतु उसके … Read more

सेतु – प्राची अग्रवाल : Moral stories in hindi

“इतने सालों से हम अलग रहते आए हैं। हमारा एडजस्टमेंट नहीं होगा किसी के साथ। हम अपनी प्राइवेसी खत्म नहीं कर सकते हैं। कहां बाबूजी पुराने विचारों के, और कहां हम मॉडर्न सोसाइटी में रहने वाले लोग।” नीता समर्थ को सुना रही थी क्योंकि मां के देहांत के पश्चात समर्थ के पिताजी उनके साथ रहने … Read more

खून – प्राची अग्रवाल  : Moral stories in hindi

कामवाली सुगना की लड़की का ब्याह था। बहुत खुश थी सुगना। बड़े चाव से तैयारियांँ कर रही थी। जितना उससे बना, अपनी लड़की के लिए दहेज का सामान भी इकट्ठा किया। इज्जत से लड़की विदा हो जाएगी यह सोचकर मन ही मन हर्षित थी। चलो मेरे भाग्य में तो सुख नहीं है। क्योंकि सुगना अपने … Read more

सच्चाई – प्राची_अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

कपिल जी ने अपनी बेटी का विवाह बड़े धूमधाम से किया। लेकिन विवाह के दो महीने पश्चात ही बेटी ससुराल छोड़कर मायके आ धमकी। दोनों पक्षों के बीच में वाद विवाद भी खूब हुए। कानूनी कार्रवाई कर कर फैसला कर लिया गया। अब कपिल जी अपनी बेटी के लिए किसी दूसरे अच्छे रिश्ते की तलाश … Read more

अधूरी पहचान – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : लाड़ली दो-दो छिके री दल्लान….. लाड़ली दो-दो छिके री दल्लान….. लाड़ली बाबा खड़े री कुछ मांग….  लाडली ताऊ खड़े री कुछ मांग….  मैं क्या मांगू मेरे बाबा हजारी…. मैं क्या मांगू मेरे ताऊ हजारी…. हाथ का दिया, भाग का लिखा चलेगा मेरे साथ…. लाडली दो दो छिके री दल्लान….. ढोलक … Read more

आखिर जलन क्यों? – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रिया खुशी से चिल्लाते हुए घर में घुसी। मम्मी-मम्मी, “मेरे इंटर मीडिएट की परीक्षा में 98% मार्क्स आए हैं। मम्मी अब मैं मेडिकल की तैयारी करूंगी। मुझे नीट की परीक्षा क्लियर करनी हैं।” मम्मी सुनते ही खुश होकर बोली,”भगवान का बहुत-बहुत धन्यवाद। पर बेटा इसके लिए तो तुझे कोचिंग करनी पड़ेगी। यहाँ तो साधन भी … Read more

गांठे अंतर्मन की – प्राची अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  जब से रेनू के देवर का रिश्ता तय हुआ था, रेनू के व्यवहार में एकदम परिवर्तन आ गया। देवरानी के लिए हो रही तैयारियों को देखकर उसके मन में जलन उत्पन्न होती। हर वक्त अपने समय की तुलना करती। घर में कलेश तक काटने लगती। उसका पति शाम को थका … Read more

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