शादी का सफल मंत्रा – डॉ पारुल अग्रवाल

आज ऑफिस में लंच टाइम में जब सोनाक्षी और उसकी दोस्त श्रेया मिले तो सोनाक्षी को श्रेया कुछ अनमनी सी लगी, वैसे तो वो सुबह से ही नोटिस कर रही थी कि श्रेया कुछ परेशान सी है पर आज काम भी कुछ ज्यादा ही था इसलिए दोनों को ही बात करने का समय नहीं मिला … Read more

दोहरा मापदंड – डॉ. पारुल अग्रवाल

सुमित्रा जी बड़े बेटे रचित के प्राची से शादी करने से इस कदर नाराज़ हो गई थी कि वो अपना दिल्ली वाला घर छोड़कर अपने छोटे बेटा बहु के पास हैदराबाद आ गई थी। यहां भी पूरे समय उनके मन में प्राची के लिए गुस्सा ही भरा रहता। बीच-बीच में बाकी रिश्तेदार भी उनको फोन … Read more

बेटा है पराया धन – Shikshaprad Kahaniya

आज मनोहर लाल जी की सबसे छोटी पुत्री तानिया का विवाह था। आज उनकी सारी जिम्मेदारियां पूर्ण होने वाली थी।मनोहर लाल जी के तीन बच्चे थे,दो पुत्रियां सारिका और तानिया तथा एक पुत्र रोहित।तानिया उनमें सबसे छोटी थी। अभी दो साल पहले ही उन्होंने अपनी पत्नी सुप्रिया जी को कैंसर ग्रस्त होने के कारण खो … Read more

जीवनदान – Short Hindi Inspirational Story

मेरी कामवाली कांता अपने साथ किसी दूसरी कामवाली विमला को लेकर आई थी क्योंकि वो पूरे एक महीने के लिए गांव जा रही थी अपनी छोटी बेटी की शादी करने। अपनी जगह जिस कामवाली को वो लगाकर जा रही थी उसको कांता ने सारा काम समझा दिया था। विमला कल से आने का बोलकर चली … Read more

आसमां में सुराख – डॉ. पारुल अग्रवाल

पूरे नौ महीने के इंतज़ार के बाद दिव्या ने एक प्यारी सी बच्ची सिया को जन्म दिया। दिव्या और उसके पति नीलेश बहुत खुश थे पर एक वर्ष की होने के बाद भी बच्ची के क्रियाकलाप अपनी उम्र के बच्चों जैसे नहीं थे। वो अपना नाम सुनकर अभी भी कोई प्रतिक्रिया नहीं करती थी। अपनी … Read more

दिल होना चाहिए जवान – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज अमन और श्रेया की शादी की बीसवीं वर्षगांठ थी। दो दशक का ये समय दोनों ने सफलतापूर्वक पूर्ण किया था। खुशी और गम एक दूसरे के साथ बांटे थे। अमन और श्रेया दोनों को ही ऐसा लगता था कि वर्षगांठ जैसे ये अवसर किसी की भी ज़िंदगी में काफ़ी निजी होते हैं इसलिए वो … Read more

सप्तपदी – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज सुमित के बेटे अनिरुद्ध का विवाह था उसकी ही पसंद की लड़की प्यारी और मासूम सी ऋचा के साथ। आज सुमित के लिए बहुत ही खुशी का दिन था। ये उसकी ज़िंदगी का एक बहुप्रतीक्षित पल था। वैसे तो हर माता-पिता के लिए अपनी संतान का विवाह एक खुली आंखों से देखा खूबसूरत स्वपन … Read more

अग्निपरीक्षा – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज सोनाक्षी को उसकी सास दमयंती जी और पति पुलकित बहुत अनुनय-विनय के साथ अपने किए की माफी मांगते हुए वापिस ले जाने आए थे। वैसे तो सोनाक्षी का उनसे मिलने का भी मन नहीं था पर अपने संस्कारों की वजह से वो घर आए मेहमान का अपमान नहीं करना चाहती थी। वो बेमन से … Read more

ससुराल की देहरी – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज अपराजिता की बेटी अन्वी की शादी थी। बेटी की ज़िद थी कि उसकी शादी की सारी रस्में मां के हाथों ही हों इसलिए अपराजिता को उस ससुराल की देहरी को लांघ कर फिर से कुछ दिन के वापिस आना पड़ा। ये ही तो वो दहलीज़ थी जिसको आज से लगभग पंद्रह साल पहले वो … Read more

किस्सा साड़ी का – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज जब सिया की बेटी सिद्धि अपने कॉलेज से घर आई तो खुशी से चहक रही थी। उसने आते ही बताया कि उसके विद्यालय का वार्षिक उत्सव है जिसमें उसको मंच संचालन और कार्यक्रम के प्रबंधन का कार्य सौंपा गया है। उसको कार्यक्रम के दिन साड़ी पहनकर जाना है। साड़ी की बात सुनकर सिया को … Read more

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