गुनाहों की सज़ा  – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज वृद्धाश्रम में अपनी जीवन संध्या व्यतीत करने वाले बुजुर्ग और वयोवृद्ध लोगों का चेकअप करने के लिए चिकित्सकों की टीम आई हुई थी। सबका बारी-बारी चेकअप हो रहा था। सभी वृद्ध आसानी से अपनी सारी समस्याएं चिकित्सकों से साझा कर रहे थे पर राजेश जी बिल्कुल गुमसुम से थे। वो कुछ दिन पहले ही … Read more

अतीत का सबक – डॉ. पारुल अग्रवाल

संजना को आज बेटी सांभवी के करुणा से भरे हुए शब्दों और विनती ने आज से लगभग तीस साल पहले पहुंचा दिया था। जब वो बीस बाइस साल की कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा थी। जिसकी दुनिया घर से कॉलेज और कॉलेज से घर तक ही सीमित थी। जिसे कॉलेज में पढ़ने के लिए तो … Read more

ससुराल के नियम – डॉ. पारुल अग्रवाल

सिया प्यारी सी जिंदगी से भरपूर सबका मन मोहने वाली लड़की थी। उसके बुआ के बेटे को शादी थी, जिसमें वो अपने मम्मी पापा के साथ आई हुई थी। आते ही उसने अपनी बुआ के घर सारे काम संभाल लिए थे। इधर उधर घूमकर वो हर किसी की एक आवाज़ पर उनको कभी चाय तो … Read more

जिंदगी की धूप छांव का गणित – डॉ. पारुल अग्रवाल

आज सिया बहुत खुश थी आज उसकी बेटी महक विदेश से अपनी रिसर्च पूरी करके आ रही थी। वो उसके आने की खुशी में तरह-तरह के पकवान बना रही थी पूरे घर में फिरकी की तरह से दौड़ भाग कर रही थी। उसे ऐसा लग रहा था कि आज उसका सपना पूरा हो गया हो। … Read more

कोई भी रिश्ता,स्वाभिमान से बड़ा नहीं – डॉ पारुल अग्रवाल

अंजली जिंदगी से भरपूर, हर पल को खुशी से जीने वाली लड़की थी। अपने मम्मी-पापा, दादा-दादी और छोटे भाई के साथ हंसी खुशी दिन बीता रही थी।बहुत अमीर तो नहीं थे वो लोग, पर बिरादरी में अच्छे खाते-पीते परिवार में उनकी गिनती होती थी। अंजली पढ़ाई में काफी होशियार थी,वो एक सामाजिक संस्था में जॉब … Read more

आभासी सुंदरता – Dr. Parul Aggrwal

आज मैं आप सभी के साथ एक कहानी नहीं विचार साझा कर रही हूं। जो बताने जा रही हूं कहीं न कहीं उससे हम सभी ही रूबरू हुए होंगे आजकल का दौर टेक्नोलोजी का है, सोशल मीडिया से लेकर तरह- तरह के ऐप आज ही उपलब्ध हैं। कई ऐप की वजह से तो हमारी ज़िन्दगी … Read more

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