मैं तो डर ही गया था – नेकराम : Moral Stories in Hindi

मुठ्ठी में बीस रुपए दबाए तेज कदमों से घर से कुछ दूर पैदल चलने के बाद संदीप मोहल्ले की एक फोटो स्टूडियो की दुकान के पास आकर रुका दुकान में दो-चार कस्टमर पहले से ही वहां मौजूद थे दुकानदार उनकी फोटो खींच रहा था संदीप थोड़ा जल्दी में था बीस रुपए दुकानदार की तरफ बढ़ाते … Read more

बहू हमारी महारानी – नेकराम : Moral Stories in Hindi

यह भीड़भाड़ वाला दिल्ली शहर है जहां नजर जाए चारों तरफ लोगों की चहल पहल कश्मीरी गेट के पास बने हनुमान मंदिर के पंडित जी सुरेश शास्त्री जी आज बहुत खुश है अभी तक वह 50 से ज्यादा वर और कन्याओं को विवाह के सूत्र में बांध चुके थे बिचौलिए का काम भी उन्होंने शुरू … Read more

खोया बेटा वापस मिला – नेकराम : Moral Stories in Hindi

अम्मा मैंने शहर में एक नौकरी पकड़ ली है कंपनी वाले रहने को वही एक फ्लैट भी दे रहे हैं …. 21 वर्षीय अशोक ने अपनी मां पार्वती को थोड़ा ऊंचे लहजे में कहा तो पास खड़े बाबूजी बीड़ी सुलगाते हुए बोले गांव में जो इतनी बड़ी खेती बाड़ी है घर में चार-चार ट्रैक्टर हैं … Read more

तलाक की भविष्यवाणी – नेकराम : Moral Stories in Hindi

मुझे तलाक चाहिए मैं अपने पति अजय के साथ नहीं रहना चाहती उमा ने मायके आकर यह बात अपनी मां और पिताजी को बताई मां ने अपनी बेटी उमा की बात सुनकर कहा तेरी शादी को 3 साल हो चुके हैं तेरी गोद में 2 वर्ष का बेटा और एक बर्ष की बेटी भी है … Read more

बिना टिकट यात्रा- नेकराम Moral Stories in Hindi

शाम को थका मादा कारखाने से घर लौटा तो घर पर कोई न था दरवाजे पर ताला लटक रहा था पड़ोसन ने चाबी देते हुए कहा तुम्हारे मम्मी पापा और भाई बहन सभी अस्पताल गए हुए हैं तुम्हारी मामी शीला का एक्सीडेंट हो गया है पड़ोसन ने अस्पताल का नाम भी बता दिया मैं उल्टे … Read more

अकेला ही काफी हूं – नेकराम Moral Stories in Hindi

हमारी श्रीमती रोज की तरह फिर मुझसे आज बोली,, हमारे बगल वाली पड़ोसन आज फिर रो रही थी दो सप्ताह से उसकी बेटी सितारा घर नहीं लौटी किसी लड़के ने प्यार के जाल में फंसा कर उसे नकली शादी कर ली और न जाने उसे कहां ले गया सितारा का फोन भी स्विच ऑफ जा … Read more

नेकराम की नई गुल्लक – नेकराम Moral Stories in Hindi

मेरा मुरझाया हुआ चेहरा देखकर हमारी श्रीमती बोली तुम मुंह लटकाए क्यों बैठे हो क्या हुआ,, छत से जरा से कपड़े लाने में थक गए हो क्या ,, मैंने मोबाइल दिखाते हुए कहा,, मोबाइल पानी के टब में गिरकर गीला हो गया शाम को ड्यूटी भी जाना है मोबाइल की जरूरत पड़ती है सातवीं कक्षा … Read more

रामपाल की जमीन – नेकराम Moral Stories in Hindi

उन दिनों में एक सेंटमार्क पब्लिक स्कूल का सिक्योरिटी गार्ड था स्कूल में पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थी पढ़ते थे उस स्कूल का मालिक अमीरचंद बहुत अमीर था ,,,,, स्कूल के गेट पर डंडा लिए मैं कुर्सी पर हमेशा बैठा रहता था वेतन भी ठीक-ठाक मिल जाता था नाइट वाले गार्ड की … Read more

पत्नी का मायका – नेकराम Moral Stories in Hindi

मैंने दीवार की कील पर लटकी घड़ी की तरफ देखते हुए कहा शाम के 7:00 बज चुके हैं जल्दी खाने का टिफिन थैले में रखो श्रीमती जी रसोई में खड़ी खाना बांधते हुए बोली कई महीने हो गए मायके की शक्ल तक नहीं देखी मां का फोन स्विच ऑफ जा रहा है मैंने खाने का … Read more

ऐसा भी हो सकता है- नेकराम Moral Stories in Hindi

शहर में एक फ्लाई ओवर से 10 मीटर की दूरी पर वह बूढ़ा सा दिखने वाला व्यक्ति केसरी लाल कई वर्षों से बस स्टॉप के किनारे एक छोटी सी चाय की दुकान चलाकर अपने परिवार का पेट भरा करता है पास में ही एक कच्ची बस्ती है वहां पर उनकी एक छोटी सी झोपड़ी है … Read more

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