क्या बाँझ ? – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

राधा एक सीधी सादी, माँ बाप की एकलौती  संतान थी। बहुत होनहार औऱ खुद्दार थी। उसकी कालोनी का एक लड़का आकाश भी उसकी क्लास मैं था। दोनो बचपन से ही साथ साथ पड़ते हुए कॉलिज तक पहुचे थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और दोनो में अच्छी अंडर स्टैंडिंग थी। आकाश उसे दिल ही दिल चाहता … Read more

संयुक्त परिवार – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

गाँव में हमारा परिवार रहता था। परिवार में मैं, मेरे माता पिता, ताऊ जी ताई जी, उनका बेटा रोहन और दादा जी। मैं पढ़ाई में बहुत तेज था और रोहन औसत था। रोहन मुझसे 1 क्लास आगे था पर मैं उसका भी होमवर्क करता था। हम दोनो भाई से ज्यादा दोस्त थे। दादा जी के … Read more

आशा मैडम – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

हमारे पड़ोस में रहने वाली एक तलाक शुदा टीचर आशा मेडम का देहांत हो गया। 35 साल नोकरी करके के बाद सरकारी स्कूल से सीनियर टीचर के पद से सेवा निवृत्त होकर अकेली जीवन बिता रही थीं। उसके निधन के वक्त ओर बाद मे कोई भी रिस्तेदार नही पहुंचा। अंतेष्टि /किर्या करम के सारे कार्य … Read more

मुझे इस झूठ का कोई मलाल नही – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

एक दिन एक बीमार सी दिखने वाली बुजुर्ग महिला डॉक्टर के पास गई। डॉक्टर ने पूछा क्या तकलीफ है। वो औरत बोली मुझे कोई तकलीफ नहीं है बस मुझे भूलने की दवा चाहिए। मेरा बेटा मुझे छोड़ कर कमाने के लिए कोटा चला गया है, उसकी बहुत याद आती हैं। पहले कभी कभी घर आता … Read more

दिल्ली बेंगलुरु फ्लाइट – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

मैं फ्लाइट में अपनी सीट पर बैठा ही था कि मेरी बगल वाली सीट पर एक महिला आकर बैठी। शक्ल सूरत से वो प्रोफेसर लग रही थी। मुझे देखकर मुस्कुराई ओर बोली बेंगलुरु जा रहे हो? ये दिल्ली – बेंगलुरु की डायरेक्ट फ्लाइट थी इसलिए मैंने जवाब देना उचित नहीं समझा । वो मेरे भाव … Read more

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