वसीयत – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : एक बार विमल जी बीमार हो गए… उन्हे लगा अब अंत समय पास ही हैं… सोचा… मेरे मरने के बाद मेरे बच्चे घर की जमीन जायदाद का लेकर झगड़ने ना लगे.. क्युंकि ये पैसा सगे भाईयों में भी दरार पैदा कर देता हैं… उनके जाने के बाद कहीं बच्चे ,,उन्होने सालों … Read more

अब और अन्याय बर्दाश्त  नहीं – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

New Project 47

Moral stories in hindi  : राजेश जी कृषि विभाग में बाबू के पद पर कार्यरत थे ! घर में पत्नी ,छह  बेटियां  और एक बेटा था ! बेटा विजय सबसे छोटा था ! बेटे की चाह में पांच बेटियां हो गयी ! वो जमाना भी ऐसा था,अगर बेटा एकलौता हो तो वंश  बढ़ाने के  लिए … Read more

दाग – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

New Project 43

Moral stories in hindi : लड़की जात हैं पुत्तु तेरी छोरी..तुझे दिखता नहीं सयानी हो गयी हैं … कहीं ऊँच नीच हो गयी ,चरित्र पर कोई दाग लग गया तो पूरी बिरादरी में नाक कट जायेगी.. फिर चांट लेना इसकी पढ़ाई … बड़ा आया इसे कलेक्टर बनाने वाला… खूब पढ़ ली ये रिशु…. इतना तो … Read more

जीवन संगिनी का साथ – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

New Project 80

रवि थका हुआ ऑफिस से आया..सोफे पर बैठ गया ….ज्यादातर दरवाजा खुला ही रहता हैं घर का..रात में ही ताला लगता हैं…पत्नी रीमा से पानी मांगा ही था तो देखा दो तीन आवाज के बाद भी रीमा आयी नहीं… फिर अन्दर कमरे में गया तो देखा पत्नी 3 साल के बेटे विशु के ठंडे पानी … Read more

माफी तो मुझे मांगनी चाहिए बहू – मीनाक्षी सिंह

New Project 50

सुन रही हैँ हेमा ,देख मीनू ने फिर पेशाब कर दिया ! साफ कर दें आकर ! पूरे नौ महीने की गर्भवती हेमा किचेन में बर्तन धोते हुए छोड़ ,हांफ़ती हुई हाथ में पोंछा लिए आयी ! डॉक्टर ने सख्त हिदायत दे रखी थी कि अभी शरीर कमज़ोर हैँ ,जल्दी दूसरा बच्चा मत करना ! … Read more

पापा ,कुछ दिन और रुकेंगे – मीनाक्षी सिंह : Short Stories in Hindi

New Project 35

Short Stories in Hindi : दिव्याजी को अपने आलीशान घर और पैसों का बहुत घमंड था ! हो भी क्यूँ ना पति शहर के जाने मानें बिजनेसमेन जो ठहरे ! जैसा दिव्याजी का स्वभाव था ,वैसा ही बच्चों का भी हो गया था ! वैसे तो वो कभी अपने पुश्तैनी गांव जाती नहीं थी ये … Read more

हर बेटा शादी के बाद नहीं बदलता – मीनाक्षी सिंह

New Project 100

सुमित एक एमएनसी में बी .टेक करके एक बड़े ओहदे पर कार्यरत था  ! छह बहनों में एकलौता  भाई और सबसे छोटा था सुमित ! सभी उसी से उम्मीद लगाते थे कि अब ये ज़िम्मेदारियां संभालेगा ! और उम्मीद गलत भी नहीं थी ,सुमित था भी ऐसा ! स्वभाव से बहुत ही सरल ,मृदुभाषी और … Read more

मर्यादा – मीनाक्षी सिंह 

New Project 91

रवि – काजल तुम समझती क्यूँ नहीं ,,तुम्हे तुम्हारे घर वाले बिल्कुल प्यार नहीं करते ,,वो हमारे रिश्ते के लिए कभी राजी नहीं होंगे !  काजल – रवि ,,तुम्हे तो पता ही हैं बचपन में मुझे जन्म देते ही मेरी माँ खत्म हो गयी,,पिताजी ने पालपोष कर दस साल का किया ,,तब उन्हे कैंसर हो … Read more

भई वाह !! परिवार हो तो ऐसा  – मीनाक्षी सिंह : i Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मधू जी – अरे सुनते हो ,,बहू को दर्द शुरू हो गए हैं ,,आकाश को फ़ोन कर दो ,,जल्दी आ जाये ! तब तक हम गाड़ी से अस्पताल पहुंचते हैं !  कैलाश जी – हाँ हाँ ,,ठीक हैं ,,तुम बहू को संभालों ,,मै गाड़ी निकालता हूँ ! समीर ( कैलाश … Read more

अगर अब हाथ उठाया तो मुझसे बुरा कोई नहीं  – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 60

 Moral Stories in Hindi : शालू -क्यूँ मार रहे हो मुझे ,,बच्चें देख रहे हैं ,,आखिर मेरी क्या गलती हैं जो रोज शाम को मुझ पर जानवरों की तरह टूट पड़ते हो ! पत्नी हूँ तुम्हारी ! ये बच्चें ना होते तो कबका छोड़कर चली जाती तुझ जैसे घटिया इंसान को ! खबरदार अगर अब … Read more

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