रुतबा – मंगला श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ढलते सूरज के साथ ही शाम की अगुवाई हो रही थी मोहनदास जी अकेले अपनी गैलरी में कुर्सी पर बैठकर कलराव करते लौट कर अपने घर को जाते पंछियों को देख रहे थे l उनका एक साथ उड़कर चहचहाना झुंड के रूप में एक साथ उड़ना उनको मानो कुछ याद … Read more

कसूरवार कौन – मंगला श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

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Moral stories in hindi : सुरभि और सहज दोनों ही बड़ी कम्पनी में ऊँचे पद पर कार्यरत थे l सहज को तो कई कई दिनों तक कम्पनी के काम से बाहर ही रहना पड़ता था l कभी कभी विदेश में भी जाना पड़ता था, इस कारण वह घर पर पूर्ण रूप से ध्यान भी नहीं … Read more

दामन का दाग – मंगला श्रीवास्तव : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : सुशील और वंदना दोंनो जैसे ही अपने अपने काम से घर आये तो देखा कि पास वाले गुप्ता जी के घर पर बहुत भीड़ लगी थी। वहाँ पुलिस भी आई हुई थी।उनका मन बहुत घबरा गया। उन्होंने गाड़ी दूर ही खड़ी कर दी और उतर कर बाहर आये। थोड़ा … Read more

परवरिश – मंगला श्रीवास्तव

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दिवाकर जी अपने दोस्त अनिल जी के साथ शहर की नामी वकील सुनन्दा के आलीशान घर के वेटिंग रूम में बैठे थे उनको सुबह आठ बजे बुलाया था सुनन्दा जी ने,वह अपने इकलौते बेटे को जो कि शराब पीकर नशे में मारपीट और लड़कियों  को छेड़ने के इल्जाम में जेल में बन्द था । वह … Read more

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