रिश्तो की मर्यादा। – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi
———————दरवाजे पर डोर बेल बजी। भावना जी ने जब दरवाजा खोला तो सामने निधि खड़ी थी। नमस्ते भाभी! कैसी हो? भावना जी घृणामिश्रित निगाहों से निधि को देखकर बोली , ठीक हूं! भावना जी मुड़कर अंदर गई तो पीछे-पीछे निधि भी अंदर ही आ गई। चारों और सन्नाटा पसरा हुआ था। निधि ने अपना सामान … Read more