स्वप्नों के ताने बाने – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

आज मां से सारी बात साफ साफ कह दूंगा ।कह दूंगा मैंने पढ़ाई अच्छे से नहीं की।कह दूंगा कि पिछले सेमेस्टर में दो पेपर में मेरा बैक लग गया है।कह दूंगा कि आप लोग जो रुपए मेरी एक्स्ट्रा कोचिंग की फीस के लिए भेजते थे उन रुपयों से मै दोस्तों के साथ पार्टी करता था… … Read more

फोटू – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अरी ओ जमुनिया इधर आ तो देख तो ये तेरी बिटिया लक्ष्मी की फोटू है ना… सड़क पर झाड़ू लगाती श्यामा ने बेंच पर पड़े अखबार पर उंगली रखकर कहा तो जमुनिया के हाथ झाड़ू पर थम गए। हां री ये तो मेरी लक्ष्मी की फोटू है!!लिखा क्या है काहे फोटू लगाए हैं पढ़ तो  … Read more

सांझ के बाद ही सबेरा है – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

…. नदिया की लहरें प्रतिदिन की भांति ही अठखेलियां कर रहीं थीं,मस्त सुरभि का झोंका उन्हें गुदगुदा रहा था ढलते सूरज की सुनहरी अलबेली रश्मियों ने आसमान को एक अनूठे चित्रकार की भांति अपनी तूलिका से रंग दिया था, ढलती सांझ में नीलाभ विस्तृत आकाश सुरमई प्रतीत हो रहा था। लेकिन आज अंगद को यह … Read more

इत्ती सी परवाह – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

पापा  अब तो आप रिटायर हो गए हैं अब फुर्सत से हमारे घर चलिए और रहिए थोड़ा चेंज हो जाएगा आपको अच्छा लगेगा मेहुल छोटे दामाद इस बार पीछे ही लग गए थे। मुकुंदजी की रिटायरमेंट पार्टी में पूरा परिवार इकठ्ठा हुआ था।सबके आ जाने से पूरा घर उल्लसित हो उठा था।अब धीरे धीरे सबके … Read more

दिखावा – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बॉस की रिटायरमेंट फेयरवेल पार्टी चल रही थी। फूटी आंख ना भाने वाले बॉस का आज बढ़ा चढ़ा कर महिमागान हो रहा था।सबको मालूम था आज इनका यहां अंतिम दिन है । मन ही मन सब बहुत खुश थे लेकिन ऊपर से दिखावे के लिए दुख प्रकट कर रहे थे। ये ऑफिस आपके बिना सूना … Read more

मधु की रसोई – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बस एक ही काम तो इसकी मां ने इसे सिखाया है खाना पकाना अरे उसमें कौन सी बुद्धि लगानी पड़ती है जिसमें बुद्धि लगानी पड़ती है वह तो इसे राई रत्ती नहीं आता है मेरे बेटे के तो करम फूट गए जो ये मूढ़ उसके पल्ले पड़ गई…. सासू मां मालती ने बेटे प्रखर के … Read more

रईसी – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

आंखों पर बहुते चर्बी चढ़ गई है का, सामने आदमी जा रहा है लागत है कार में बैठकर सड़क के लोग  दिखाई नहीं देते का..!!मोहन जी ने सड़क पर गिरे हुए आदमी को उठाते हुए कार रुकवाने की पुरजोर आवाज लगाई तो समीर ने कार रोकने के बजाय आगे बढ़ा दी। अरे ओ समीरवा पिता … Read more

खुशियों की जड़ें – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मां कल हम लोग होटल जाएंगे ….स्कूल से आते ही नमन ने बैग एक तरफ रखतेहुए उत्साह से कहा तो पूर्वी ने खाना गर्म करते हुए पलट कर  प्रश्नवाचक दृष्टि उसकी तरफ डाली। क्यों मेरे हाथ का खाना तुझे अच्छा नहीं लगता क्या !!पूर्वी ने उसकी थाली लगाते हुए कहा। नहीं मां कल न्यू ईयर … Read more

गलती किसकी!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मनन ये तूने क्या किया मेरे सारे किए कराए पर पानी क्यों फेर  दिया.. घर में प्रवेश करते राजन के स्वर में दुख भी थी और चिंता भी । …क्या हो गया ऐसा क्या कर दिया मेरे बेटे ने रश्मि ने जल्दी पानी का गिलास पकड़ाते हुए पूछा। अपने लाडले से ही पूछ लो ना।अरे … Read more

पेट की खौल – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अरे जिज्जी कहां हो सुनो तो हमारा पेट खौल रहा है तुमको एक बात बताने के लिए तुमको बता दें तो थोडी ठंडक मिले…श्यामा की तेज आवाज सुनते ही बाबूजी ने आ गया मोहल्ले का आज तक चैनल कहते हुए अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया तो अम्मा हंसने लगीं तो आपको काहे की … Read more

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