मां के लड्डू -लतिका श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बेटा सुन मैंने बहुत बुरा स्वप्न देखा है रात में ..मेरा दिल धड़क रहा है अभी तक तू आज मत जा बेटा कल चले जाना ….आशा बार बार अंबर से कह रही थी वास्तव में उसका दिल कुशंका से बुरी तरह धड़क रहा था मां मेरा आज ही जाना बहुत … Read more

ऑल द बेस्ट पापा..! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ..”हेलो अविनाश अरे यार मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है किसने तेरा ट्रांसफर करवा दिया … वो भी इतनी खराब जगह में…..देख ले ईमानदारी का नतीजा.. इसीलिए समझाता था बेटा थोड़ी दुनियादारी सीख ले लेन देन और चाटुकारिता  के बिना आज की दुनिया में चैन से नौकरी करना … Read more

नातों की समझ – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : किसना ओ बेटा किसना सुन तो इधर आ तो जरा….रात के बारह बज रहे थे बाबूजी की कराहती आवाज सुन पास ही लेता किसना हड़बड़ा के उठ बैठा हां बाऊजी मैं यही हूं आपके पास पानी पीना है क्या..!!पास रखी मिट्टी की  सुराही से पानी निकालने के लिए वो तत्पर … Read more

जहां सुमति तहां संपत्ति नाना…! – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  सोहन कल के उस क्लाइंट ने कितनी हरी हरी पत्तियां दीं हैं एक जरा झलक तो दिखा दे भाई… राजन ने सुबह दफ्तर आते ही उतावली से पूछा तो सोहन जम के हंस पड़ा। कल का क्लाइंट बहुत टेढ़ा था फर्जी काम करवाना चाह रहा था और  राजन राजी नहीं … Read more

खीर की कीमत – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : छोटू … कॉफी मिलेगी भाई…… जैसे ही मैं उस होटल में आकर बैठा और कॉफी मंगाने के लिए छोटू को बुलाया ही था कि .. वे सभी दस लड़के एक साथ आ धमके थे …रईसी तेवर थे सबके ….गले में सोने की चेन हाथों में सोने के कड़े और फैशनेबल … Read more

थपकी – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : चल मां अब  मेरे साथ रहना …. सबेरा होते ही ..सुधीर की जिद फिर से शुरू हो गई थी। अरे नहीं तू जा बेटा मैं तो यहीं ठीक हूं सब सुविधा है यहां पर। कौन सी सुविधा है यहां पर मां राघव की तो कोई कमाई भी नहीं है ऊपर … Read more

करवाचौथ का व्रत – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शादी के बाद पहला करवाचौथ है आज समीरा का। मैं क्यों रहूंगी  व्रत!रहेंगे तो दोनों रहेंगे नहीं तो कोई नही रहेगा….समीरा एकदम दृढ़ थी अपनी बात पर ।शादी से पहले भी और शादी के बाद भी। मम्मी ये गलत बात है आप भूखी रहती हैं पापा के लिए पापा की … Read more

मेरी टाई – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : …अरे तुमने मेरी टाई कहां रख दी !! यहीं तो रखी थी मैंने अपने सूट के साथ !!प्रकाश जी ने बाथरूम से निकलते ही तैयार होने के लिए अपने कपड़ों की तरफ हाथ बढ़ाया टाई नदारद थी… जोर से पत्नी मीरा को आवाज दी। मैंने .. मैने नहीं उठाई आपकी … Read more

आत्म संतुष्टि – लतिका श्रीवास्तव

  “आज तो मम्मी आपको आटे का हलवा बना कर खिलाना ही पड़ेगा” बच्चे पीछे पड़ गए ,”आज आप बहुत खुश हैं”…. अवनि सच में आज बहुत ज्यादा प्रसन्न थी..होती भी क्यों ना सरकारी विद्यालय वो भी ट्राइबल गांव के विद्यालय ने जिले में मिसाल कायम कर दी थी… टॉप किया था उसके विद्यालय के एक … Read more

बेमिसाल मित्र –  लतिका श्रीवास्तव

   ….दोस्ती तो सुदामा और कृष्ण की थी ..अविनाश हमेशा अपने दोस्त अमित से कृष्ण सुदामा की दोस्ती की कहानी मनोयोग से सुनाते हुए कहा करता था…..बेमिसाल अनुपम और आत्मिक…..और सांसारिक स्वार्थो से परे…..हम दोनों की भी वैसी ही है….बहुत गर्व से कई बार कहा उसका ये वाक्य अमित के  दिमाग में कौंध रहा था….. ……………आज … Read more

error: Content is protected !!