जोरू का गुलाम (भाग -1)- लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रहने दे बेटा मां को छोड़ तू तो जा अपनी बीबी की ही तीमारदारी कर …..राजमोहन जी ने बहुत धीमे से दांत दबाकर कहा था लेकिन फिर भी अंत का शब्द जोरू का गुलाम पलाश के कानों में पड़ ही गया था। पत्नी आनंदी के साथ पलाश का हंसी ठिठोली … Read more

बादलों की घुमड़न- लतिका श्रीवास्तव : hindi stories with moral

hindi stories with moral : एक्सक्यूज मी मैडम…..तीसरी बार वही वाक्य सुनकर शिवानी ने उस ओर देखा तो एक नवयुवक सामने की सीट से उससे कुछ कहने की कोशिश कर रहा था.. क्या बात है पूछने पर समझ आया कि वह अपने  पिता को लेकर चिंतित था जो पहली बार हवाई यात्रा कर रहे थे … Read more

मन की आंखें – लतिका श्रीवास्तव : hindi stories with moral

hindi stories with moral : टिप टिप गिरती बारिश की बूंदों ने सागर के बढ़ते कदमों को रोक दिया और वो शीघ्रता से विशाल आम्र वृक्ष की सघन शरण में खड़ा हो गया था….हाथ की छड़ी उसने मजबूती से पकड़ी हुई थी और एक हाथ से बजते हुए मोबाइल को जेब से निकालने की कोशिश … Read more

मना करना सीख!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सोमा आ तो ये मेरा सूटकेस खोल दे जरा जी मां अभी आई अरे ठीक से पकड़ ना ध्यान कहां रहता है तेरा आजकल एक काम ढंग से नहीं होता.. सोमा मेरी चाय कहां है कल सुबह मिलेगी क्या जी पिताजी अभी चाय लाई पता नही क्या करती रहती है एक चाय भी ढंग से … Read more

मना करना सीख!! – लतिका श्रीवास्तव   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : सोमा आ तो ये मेरा सूटकेस खोल दे जरा जी मां अभी आई अरे ठीक से पकड़ ना ध्यान कहां रहता है तेरा आजकल एक काम ढंग से नहीं होता.. सोमा मेरी चाय कहां है कल सुबह मिलेगी क्या जी पिताजी अभी चाय लाई पता नही क्या करती रहती है … Read more

किसी से ना कहिएगा – लतिका श्रीवास्तव: hindi stories with moral

hindi stories with moral : रमेश जी आप ही बताइए मैने ऐसा क्या  कहा जो मोहन जी मुझ पर बिगड़ने लग गए कल मैंने उनके बारे में सोसाइटी की मीटिंग में कोई बुराई नही की थी फिर भी वह ऐसा क्यों सोच रहे हैं !! हां हां मैं भी यही सोच रहा था राधेश्याम जी … Read more

विश्वास से ही विश्वास है..! – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : रिजल्ट आना था आज… सुधीर जी सुबह से बेटे अमन के फोन का इंतजार कर रहे थे… फिर इस बार इसका सिलेक्शन नहीं हुआ….. मैं कब तक इस पर भरोसा करता रहूं और रुपए भेजता रहूं तीन साल से कह रहा है बस पापा इस बार हो जायेगा एक मौका … Read more

जिंदगी की ताल – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : तबले पर सधी हुई उसकी उंगलियां त्रि ताल बजा रही थी पूरा हॉल मानो सुध बुध खो कर किसी और लोक में निमग्न सा हो गया था…सबके बिच बैठी. शामली जी की आंखें सामने मंच पर तबला बजाती उस किशोरी में मानो खुद अपने आपको साक्षात देख रहीं थीं…!! गोपाल … Read more

तुम्हें भी क्या करना है!!  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : नहीं अब तो कहीं बाहर जाना ही नहीं है अभी एक दिन ही तो हुआ है …मेरा नहीं पूरे कुल का नाम डुबो दिया किसी को मुंह दिखाने काबिल नहीं रह गया मैं सारा मोहल्ला थू थू कर रहा है हजार बार समझाया था तुम्हें लड़की है लड़की जैसे ही … Read more

मां के लड्डू -लतिका श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बेटा सुन मैंने बहुत बुरा स्वप्न देखा है रात में ..मेरा दिल धड़क रहा है अभी तक तू आज मत जा बेटा कल चले जाना ….आशा बार बार अंबर से कह रही थी वास्तव में उसका दिल कुशंका से बुरी तरह धड़क रहा था मां मेरा आज ही जाना बहुत … Read more

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