स्वाद अपनेपन का….! (भाग 2)- लतिका श्रीवास्तव

…….एक बार सोमेश ने अपने दोस्तों को घर पर डिनर के लिए बुलाया था कालिंदी से पूछ कर ही तय किया गया था….उसी दिन सुबह कालिंदी की मां का फोन आ गया था बेटा तेरी मौसी सीढ़ियों से गिर पड़ी है तू आजा मेरे साथ चलना तेरे पापा नहीं जाएंगे….कालिंदी ने तुरंत सोमेश को फोन … Read more

 स्वाद अपनेपन का….! (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव

सोमेश अभी सोकर भी नहीं उठा था की उसने कालिंदी को कहीं जाने के लिए तैयार पाया….! अरे श्रीमतीजी आज सुबह सुबह कहां की तैयारी हो गई….आश्चर्य और उत्सुकता से उसने पूछा ही था कि कालिंदी ने घड़ी दिखा कर कहा….”सुबह सुबह!!!ये सुबह है.!9 बज गए हैं..! अरे भाई आज सन्डे तो है….सोमेश ने उसे … Read more

अपनापन बढ़ाती रस्में!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सास गारी देहे……पता नहीं ससुराल का मतलब हर बार सास का घर ही लगा और सास का मतलब गारी देना..!! गौरी इसीलिए चाहती थी कि शादी ही ना हो और शादी हो भी जाए तो सास के साथ बिल्कुल ना रहना पड़े या फिर सबसे अच्छा तो ऐसे घर में … Read more

पापा का लैपटॉप (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : खुशी से बिछे से जा रहे थे पिता उनकी मुंह मांगी मुराद आज पूरी हो गई थी कब से यही स्वप्न संजोए बैठे थे कि उनकी बेटी इसी कॉलेज में लेक्चरर हो जाए … अपनी होनहार बेटी के लिए यही सम्मानजनक करियर सोचकर रखा था उन्होंने ।उनकी नजर में लड़कियों … Read more

पापा का लैपटॉप (भाग 1): Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज फिर वही हुआ अन्वी कुंठित हो उठी थी खुद पर खुद के अस्तित्व पर….कॉलेज में टॉप किया है उसने रिजल्ट देख कर उसके पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे बधाई और प्रशंसा में पगे वाक्य सुनने की प्रत्याशा में उसके कान अधीर हो रहे थे और कॉलेज जल्दी … Read more

कुछ कहते रहिए (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव 

हेलो बेटा हेलो….शैलजा जी मोबाइल पर कहती जा रही थीं….पर शायद उधर से कोई उनकी बात सुनकर भी अनसुना करता जा रहा था….मनोहर जी के गुस्से का  पारा बढ़ता जा रहा था….क्या हो गया है इसे जवाब क्यों नहीं देता हम लोगों की बात ही नही सुनता …इतना व्यस्त हो गया है वहां जाकर..!!जब से … Read more

शुरुआत की बात (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुबह की चाय तो पल्लवी के लिए भी एकदम जरूरी थी सो वह झटपट चाय बनाने के लिए रसोई की तरफ बढ़ चली अचानक उसे लगा सासू मां भी तो चाय पियेंगी आखिर सुबह से उठी हैं उन्हें भी कितनी देर हो गई है जाते जाते झांक कर पूजा घर … Read more

शुरुआत की बात (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “मां चरणस्पर्श “नई नवेली बहू पल्लवी  सुबह सुबह ही सिर पर आंचल रख शोभाजी के पैरों पर झुकने लगी तो नई नवेली सास शोभा जी ने झटके से अपने पैर हटा लिए…! पल्लवी आधी झुकी सी खड़ी रह गई थी। अभी मेरी पूजा खत्म नहीं हुई है जब तक मैं … Read more

सबक (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव : hindi story

आपने इस दीप कोचिंग के बारे में सुना है..!उन्होंने जैसे ही अपने पति सुमेर से पूछना चाहा वो झुंझला गए..अब आपको भी ये कोचिंग का रोग लग गया …मेरी समझ में नहीं आता कोचिंग क्यों जाना है इतना महंगा स्कूल है जहां चिराग का एडमिशन कराया है सभी टीचर्स अच्छा पढ़ाते हैं फिर घर पर … Read more

सबक (भाग 1) – लतिका श्रीवास्तव : hindi story

जैसे जैसे चिराग के रिजल्ट घोषित होने का दिन नजदीक आ रहा था शोभा जी के पूजा पाठ का समय भी बढ़ता जा रहा था…वैसे तो वो रोज ही पूजा करती ही थीं परंतु इस समय तो मंदिर में बहुत ध्यान लगा के पूजन हवन करने लगी हैं…आखिर उनकी प्रतिष्ठा जो दांव पर लगी है … Read more

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