“समझौते से बंधी,जीवन की डोर” – कविता भड़ाना
“जीवन की डगर तो होती ही है उतार चढ़ाव और समझौते से भरी हुई। मैने भी अपने जीवन में एक समझौता किया है” l यह मेरे जीवन की सच्ची घटना है, जिसे आज में आप लोगो के साथ सांझा कर रही हूं।…. मेरी बड़ी बेटी के जन्म के 2 महीने बाद ही दुर्घटनावश मैं घर … Read more