तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

रागिनी जी के पाँच बेटे थे । पति की आमदनी बहुत कम थी फिर भी किसी तरह वे अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही थी । खुद बहुत बड़े घर में पली बड़ी थी जहाँ रुपए पैसों की कमी नहीं थी । परंतु शादी के बाद पति के साथ मिलकर उसे अभाव की ज़िंदगी … Read more

माता-पिता को एकांतता देना भी हमारा दायित्व है-के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

मनोज एक सरकारी दफ्तर में ऑफ़िसर के पद पर जॉइन हुआ था । सब उसके नसीब पर ईर्ष्या करते थे कि छोटी सी उम्र में ही उसे इतनी अच्छी नौकरी मिल गई है । माता-पिता की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था। उनके घर के सामने लड़कियों के पिताओं ने लाइन लगा दी थी … Read more

मेरे साथ जो हुआ तुम्हारे साथ नहीं होगा – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

जगन्नाथ बैठक में बैठकर टी वी देख रहे थे । विनीता रसोई में अपना काम ख़त्म करके बैठक में आकर पति की बगल में बैठती है। एक सप्ताह पहले ही जगन्नाथ को अस्पताल से लेकर आए थे । एक सप्ताह पहले उन्हें ऑफिस से आते समय रास्ते में ही माइल्ड हार्ट अटैक आया था । … Read more

अहमियत – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

वीणा मंजु के कमरे में गई और रोते हुए मंजु को चुप कराने की कोशिश करने लगी मंजु मत रो बेटा रोने से कुछ नहीं होने वाला है मेरी बात मान अपने आँसू पोंछ ले । देखिए ना माँ रितेश ने कितनी बड़ी बात कह दी है । आप तो जानती ही हैं ना मैं … Read more

मुसीबत – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

कल्पना अपने घर के पास ही के एक स्कूल में टीचर की नौकरी करती थी । कल्पना के पिता सूरज जी सरकारी दफ़्तर में क्लर्क की नौकरी करते थे । उनकी तीन बेटियाँ थीं । उमा बड़ी बेटी कल्पना दूसरी बेटी सबसे छोटी प्रियंका थी । उन्होंने तीन तीन लड़कियों के बावजूद अपनी लड़कियों को … Read more

माँ का फ़ैसला – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

आभा प्रकाश राव के सामने उनके ऑफिस में बैठी हुई थी । प्रकाश कह रहे थे आभा जी आपका बेटा हर महीने पच्चीस हज़ार रुपए भेजता है ताकि आश्रम के सबसे अच्छे कमरे में आप आराम से रह सके । देखिए प्रकाश जी मैं संयुक्त परिवार में पली बड़ी हूँ और शादी भी संयुक्त परिवार … Read more

क़िस्मत का खेल – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

भारती बैठक में बैठकर टी वी देख रही थी कि उनका आठ साल का पोता वहाँ आकर कहने लगा कि दादी आप अपने कमरे में जाइए मेरे दोस्त आने वाले हैं । भारती ने कहा कोई बात नहीं आनंद मैं तो थोड़ी सी जगह में ही बैठी हूँ तुम्हारे दोस्तों के बैठने के लिए बहुत … Read more

ये घर तुम्हारा भी है – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

शिवानी बिना किसी नागा के हर रोज वाकिंग के लिए आती थी । सुबह छह बजे उन्हें देखते ही लोग अपनी घड़ी को चेक कर लेते थे । पार्क में कई लोगों को मालूम था कि शिवानी वकील है । शिवानी के ससुर शहर के जाने माने वकील थे । उनके पति विराट ने भी … Read more

भाग्यविधाता – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वैभव जब इंजीनियरिंग के अंतिम साल में था तब ही उसकी नौकरी एक बहुत बड़ी कंपनी में लग गई थी । उसी साल उसकी मुलाक़ात रश्मि से हुई जिसका भी अंतिम साल ही था । उन दोनों की थोडी सी मुलाक़ातों में ही इतनी अच्छी दोस्ती हो गई थी कि … Read more

माँ पता नहीं किस ज़माने में जी रही हो आप – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दिनेश ऑफिस में था तभी छोटे भाई ने फ़ोन किया था कि भाई दादी अब इस दुनिया में नहीं रही है । दिनेश थोड़ा उदास हो गया था क्योंकि उसे दादी से बहुत प्यार था । वह उन्हें पसंद थीं क्योंकि पुराने ज़माने की होने के बाद भी उनके विचारों … Read more

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