अहमियत – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

वीणा मंजु के कमरे में गई और रोते हुए मंजु को चुप कराने की कोशिश करने लगी मंजु मत रो बेटा रोने से कुछ नहीं होने वाला है मेरी बात मान अपने आँसू पोंछ ले । देखिए ना माँ रितेश ने कितनी बड़ी बात कह दी है । आप तो जानती ही हैं ना मैं … Read more

मुसीबत – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

कल्पना अपने घर के पास ही के एक स्कूल में टीचर की नौकरी करती थी । कल्पना के पिता सूरज जी सरकारी दफ़्तर में क्लर्क की नौकरी करते थे । उनकी तीन बेटियाँ थीं । उमा बड़ी बेटी कल्पना दूसरी बेटी सबसे छोटी प्रियंका थी । उन्होंने तीन तीन लड़कियों के बावजूद अपनी लड़कियों को … Read more

माँ का फ़ैसला – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

आभा प्रकाश राव के सामने उनके ऑफिस में बैठी हुई थी । प्रकाश कह रहे थे आभा जी आपका बेटा हर महीने पच्चीस हज़ार रुपए भेजता है ताकि आश्रम के सबसे अच्छे कमरे में आप आराम से रह सके । देखिए प्रकाश जी मैं संयुक्त परिवार में पली बड़ी हूँ और शादी भी संयुक्त परिवार … Read more

क़िस्मत का खेल – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

भारती बैठक में बैठकर टी वी देख रही थी कि उनका आठ साल का पोता वहाँ आकर कहने लगा कि दादी आप अपने कमरे में जाइए मेरे दोस्त आने वाले हैं । भारती ने कहा कोई बात नहीं आनंद मैं तो थोड़ी सी जगह में ही बैठी हूँ तुम्हारे दोस्तों के बैठने के लिए बहुत … Read more

ये घर तुम्हारा भी है – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

शिवानी बिना किसी नागा के हर रोज वाकिंग के लिए आती थी । सुबह छह बजे उन्हें देखते ही लोग अपनी घड़ी को चेक कर लेते थे । पार्क में कई लोगों को मालूम था कि शिवानी वकील है । शिवानी के ससुर शहर के जाने माने वकील थे । उनके पति विराट ने भी … Read more

भाग्यविधाता – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वैभव जब इंजीनियरिंग के अंतिम साल में था तब ही उसकी नौकरी एक बहुत बड़ी कंपनी में लग गई थी । उसी साल उसकी मुलाक़ात रश्मि से हुई जिसका भी अंतिम साल ही था । उन दोनों की थोडी सी मुलाक़ातों में ही इतनी अच्छी दोस्ती हो गई थी कि … Read more

माँ पता नहीं किस ज़माने में जी रही हो आप – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दिनेश ऑफिस में था तभी छोटे भाई ने फ़ोन किया था कि भाई दादी अब इस दुनिया में नहीं रही है । दिनेश थोड़ा उदास हो गया था क्योंकि उसे दादी से बहुत प्यार था । वह उन्हें पसंद थीं क्योंकि पुराने ज़माने की होने के बाद भी उनके विचारों … Read more

पहचान –  के कामेश्वरी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मेरा नाम मुरली है । कुछ महीने पहले मैंने एक गेटेड कम्यूनिटी में अपना घर बनवाना शुरू किया था । वह शहर से दूर था परंतु मेरे ऑफिस के लिए नज़दीक है और मेरी नई नई शादी हुई थी तो हमने वहाँ घर बनाने का निर्णय लिया और जल्दी जल्दी … Read more

बहू तुम मेरी बेटी की तरह हो – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुनीता गहरी नींद में सो रही थी । उसे लगा कि जैसे कोई उसे उसका नाम लेकर पुकार रही है धीरे से उसने अपनी आँखें खोली देखा तो बाप रे यह तो सुबह के छह बज रहे थे।  वह जल्दी से उठकर फ्रेश होकर बाहर आई तो सासु माँ कह … Read more

समय हर घाव भर देता है (भाग 1) – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : पवन माँ को लाने गाँव पहुँचा यह क्या ? दरवाज़े पर ताला लगा हुआ था ।  उसे आश्चर्य हुआ कि माँ कहाँ चली गई ? उन्होंने ख़बर भी नहीं की है ।  मैं भी अपनी व्यस्तता के चलते माँ को फोन भी नहीं कर सका था। उसने पड़ोसी के घर … Read more

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