ऐसे शब्द सुनकर मेरा खून खौल गया – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

कौशल्या कल मेरी बहन दो महीने के लिए अपने घर आराम करने के लिए आ रही है । उसकी तुम्हें अच्छे से देखभाल करनी है । इतना याद रखना कि वह यहाँ आराम करने के लिए आ रही है । वह बारंबार आराम पर ज़ोर दे रहा था ।  कौशल्या ने कुछ नहीं कहा जल्दी … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों का – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

सुजाता को बेटी वाणी ने अमेरिका से फ़ोन करके बताया था कि वह माँ बनने वाली है । सुजाता बहुत खुश हो गई थी कि वह नानी बनने वाली है । उसने ज़ोर से पुकारकर पति को भी बताया था कि आप नाना बनने वाले हैं ।  अब रोज सुबह शाम वाणी का फोन आता … Read more

चमेली से मिली हिम्मत – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

चमेली मेरे घर में तीन साल से काम कर रही है । वह मेरे लिए दाएँ हाथ के समान है । वह घर के कामों के अलावा खाना बनाने में और मेरी बेटी की देखभाल में भी मदद कर देती है ।  मैं और मेरे पति दोनों ही दस बजे तक ऑफिस के लिए निकल … Read more

असली रहस्य – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

रम्या सुबह चार बजे ही उठकर घर के सारे काम करने लगी थी । बच्चों को उठाने के लिए आई तो देखा पति किशोर गहरी नींद में सो रहे हैं । बच्चों को उठाकर नहलाने के लिए बाथरूम में भेजकर जल्दी से रसोई में काम करते हुए भी उन पर नज़र रखी हुई थी ।  … Read more

मैंने जो गलती की तुम उसे नहीं दोहराना – के कामेश्वरी: Moral stories in hindi

सुधा डिग्री कॉलेज में इंग्लिश लेक्चरर थी । कॉलेज ख़त्म होने के बाद वह इंग्लिश स्पीकिंग कोचिंग सेंटर में सिखाने जाती थी। सुबह की निकली रात को आठ बजे तक पहुँचती थी । अकेली रहती थी क्योंकि पिछले दो साल में माता-पिता दोनों का स्वर्ग वास हो गया था । वह उनकी अकेली संतान थी … Read more

गाँव से अमेरिका तक का सफर – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

सुरभि के माता-पिता गाँव में रहते हैं।  वहीं के सरकारी स्कूल में सुरभि के पिता रोहन जी शिक्षक थे । एक शिक्षक के लिए तीन लड़कियों को पढ़ाना लिखाना और शादी कराना आसान नहीं था । बड़ी बेटी सुरभि एम एसी करके शहर के एक बहुत बड़ी कंपनी में नौकरी करती थी । रमा और … Read more

मैंने जो गलती की तुम उसे नहीं दोहराना – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

सुधा डिग्री कॉलेज में इंग्लिश लेक्चरर थी । कॉलेज ख़त्म होने के बाद वह इंग्लिश स्पीकिंग कोचिंग सेंटर में सिखाने जाती थी। सुबह की निकली रात को आठ बजे तक पहुँचती थी । अकेली रहती थी क्योंकि पिछले दो साल में माता-पिता दोनों का स्वर्ग वास हो गया था । वह उनकी अकेली संतान थी … Read more

मेरे बीमार होने से किसी को फ़र्क़ नहीं पड़ता है – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

सुहानी के माता-पिता की मौत किसी दुर्घटना में हो गई थी । पूरा घर लोगों से भरा हुआ था । सब लोग बारहवीं ख़त्म होते ही अपने अपने घर जाने के लिए तैयार हो गए थे । किसी ने भी सुहानी के बारे में नहीं सोचा था कि इसे कौन ले जाएगा । जबकि वह … Read more

पति का फैसला – के कामेश्वरी: Moral stories in hindi

सविता अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी । पिता सरकारी कर्मचारी थे इसलिए बहुत ही लाड़ प्यार से उसका पालन पोषण किया गया था । जैसे ही सविता की पढ़ाई पूरी हुई उन्होंने रितिक से उसकी शादी तय कर दी थी । रितिक खुद भी अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था । वे गाँव में … Read more

तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

रागिनी जी के पाँच बेटे थे । पति की आमदनी बहुत कम थी फिर भी किसी तरह वे अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही थी । खुद बहुत बड़े घर में पली बड़ी थी जहाँ रुपए पैसों की कमी नहीं थी । परंतु शादी के बाद पति के साथ मिलकर उसे अभाव की ज़िंदगी … Read more

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