इम्तिहान ही तो है – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

नालायक.. यह सिला दिया तूने पूरे साल भर की मेहनत का… हम तो आज तक यह सोचते रहे कि तू कमरा बंद करके अपनी पढ़ाई कर रहा है, और तू हमारी आंखों में धूल झोंक रहा था! यह देख तेरे नंबर… दसवीं बोर्ड में 65% आए हैं, कैसे करेगा अपने डॉक्टर बनने का सपना पूरा, … Read more

हे राम यह क्या हो गया – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

राधिका सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी थी किंतु उसके सपने अमीरों के जैसे थे! राधिका को बचपन से ही मॉडर्न कपड़े पहनने का बहुत शौक था किंतु जैसे जैसे बड़ी होती गई उसके मॉडर्न और छोटे कपड़ों पर रोक लगती चली गई! एक दिन उसने मम्मी से पूछा, मम्मी.. आप मुझे मॉडर्न कपड़े क्यों … Read more

हां….. मेरी मां ने यही सिखाया है – हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

  हे भगवान… देखो तो, संध्या बाती कासमय हो गया, घर में कैसा अंधेरा हो रहा है, संध्या बहू कहां है, क्या कर रही है? घर में अंधेरा कैसे कर रखा है? हे भगवान.. सब काम मुझे ही  देखने होते हैं, थोड़ी देर बाहर रिश्तेदारी में क्या चली गई घर में तो अंधेरा करके रख दिया, … Read more

क्या बिना पैसों वालों की औकात नहीं होती – हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

यह देखो रिचा… तुम्हारे पापा ने नेग में₹1100 ही दिए हैं, क्या यही औकात रह गई है मेरी! महीने की लाखों की सैलरी है मेरी, अच्छा लगता है ₹1100 देना… !अरे यार नितेश.. प्लीज.. यहां तो शांत हो जाओ, यह तुम्हारा घर नहीं है मेरा मायका है, और यहां तुम इकलौते जमाई नहीं हो, मेरे … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों पर –  हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

रवि, उसके बड़े भाई विजय और विजय की पत्नी सुरभि तीनों का छोटा सा और सुंदर परिवार था! रवि और विजय के माता-पिता का देहावसान हो चुका था, सुरभि रवि को अपने बेटे जैसे ही प्यार करती थी, और इन इन दिनों  घर में रवि की नौकरी लगते ही शादी की तैयारी शुरू होने लगी … Read more

बेटी के ससुराल में मां का हस्तक्षेप- हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

और मम्मी क्या बताऊं आपको… मेरी सासू मां अपनी बेटी के लिए न जाने क्या-क्या करती रहती हैं, इनका तो बस नहीं चलता नहीं तो पूरा घर ही उनके नाम कर दे! अभी परसों दीदी (नंद)के यहां जलवे का फंक्शन है, और मम्मी जी ने उनके लिए ढाई लाख के कंगन बनवाए गए हैं, जब … Read more

कढ़ाई वाला ब्लाउज – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

देख मां.. मैं तेरे लिए हाट  में से कितना सुंदर, कढ़ाई वाला और सुंदर-सुंदर लटकन वाला ब्लाउज का कपड़ा लाई हूं, अब तू भी इसमें से अच्छा सा ब्लाउज सिलवाना जैसी बाकी सारी औरतें पहनती है, वैसा वाला! हट पगली.. अब मेरी कोई उम्र है ऐसे ब्लाउज पहनने की, और ऐसा नए जमाने का ब्लाउज … Read more

मेरी बेटी घुट घुट कर नहीं जीएगी –   हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

मां मां… देखो तो पापा को, कितने उतावले हो रहे हैं आज , कितनी बार दरवाजे के चक्कर काट चुके हैं! हां भई.. उनकी लाडली बिटिया ससुराल में पूरे 15 दिन विताकर वापस आ रही है! पता नहीं पापा 15 दिन कैसे रहें रिया के बिना! चुप कर… क्या तू लाडला नहीं है हमारा, अरे.. … Read more

भगवान किसी पर बोझ ना बनाए –  हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

जब जब तक बेचारी घर का सारा झाड़ू पोछा बर्तन और अन्य छोटे-मोटे काम करती रही, सभी को अच्छी लगती थी! किंतु एक दिन अचानक जब 75 वर्षीय सरला जी के शरीर के नीचे के हिस्से में लकवा आ गया तब तो मानो सबकी जान ही निकल गई! सरला जी बहूओ की आंखों में खटकने … Read more

पहला प्यार – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

“क्यों दिल बेकाबू हुआ जाता है,  कौन है जो दिल में फिर से दस्तक देकर जाता है”     श्वेता ने जब से उनको अपने पति की मीटिंग में देखा था, घर पर आने के बाद उनका चेहरा आंखों से हट ही  नहीं रहा! समय चक्र क्या इस तरह उसके सामने आकर खड़ा होगा, वह समझ नहीं … Read more

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