पिता का दुख – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : हमारी पुष्पा आंटी जी पंजाबी और हमारे अंकल जी बंगाली। चाहे लव मैरिज समझो या अरेंज,क्या फर्क पड़ता है। दोनों खुश थे यही काफी है। समय बिता रहा उनके यहां पहले एक पुत्र ने जन्म लिया और फिर दूसरे पुत्र ने। उन अंकल आंटी की कहानी हमें मम्मी डैडी सुनते … Read more

घर की रानी या नौकरानी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अशोक जी की पत्नी को गुजरे हुए 3 साल हो चुके थे। उनके दोनों बच्चे बेटा और बेटी का विवाह हो चुका था। अशोक जी स्वयं को एक बहुत ही सुलझा हुआ व्यक्ति और बहुत अच्छा पति मानते थे।  आज कोई जरूरी फाइल ढूंढते समय उन्हें अचानक इतने सालों बाद … Read more

ममता जाग उठी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रूपाली और तुषार दोनों का नया-नया रिश्ता तय हुआ था। शादी होने में 3 महीने बाकी थे। दोनों इस कोर्टशिप गोल्डन पीरियड का आनंद ले रहे थे। एक साथ पूरा पूरा दिन घूमना फिरना, बातें करना, एक दूसरे की पसंद ना पसंद को जानना, खाना पीना और फिर घर जाकर … Read more

मुझे विश्वास है – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शौर्य और माही, बहुत सुंदर जोड़ी। नया नया विवाह हुआ था। पहले से दोनों 7 साल से एक दूसरे को जानते थे और अब विवाह के बंधन में बंध गए थे। आज दोनों की विवाह की रिसेप्शन पार्टी थी। माही सिल्वर गाउन में और शौर्य ग्रे कलर के कोट पेंट … Read more

बड़े बड़प्पन भूल गए   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : खून के रिश्ते भगवान बनाता है और दोस्ती का रिश्ता हम स्वयं बनाते हैं। कई बार खून के रिश्ते इतना दिल दुखाते हैं कि इंसान ना तो बर्दाश्त कर पता है और ना ही किसी से कह पाता है। ऐसे ही कुछ रिश्तो को ढो रही थी ममता। ईश्वर ने … Read more

क्या किस्मत है? – गीता वाधवानी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आशी की शादी को 10 वर्ष बीत चुके थे। अभी तक उसकी गोद खाली थी। पूजा पाठ, हर तरह से इलाज हो चुका था लेकिन किस्मत थी कि उस पर खुश ही नहीं हो रही थी। न जाने क्यों किस्मत उसके साथ ऐसा खेल खेल रही थी। अब तो उसकी … Read more

झूठी शिकायत – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : टिंग टोंग दरवाजे पर घंटी बजी। आशीष ने दरवाजा खोला (जहां वह किराए पर रहता था।उसका परिवार भोपाल में रहता था।) दरवाजा खोलते ही उसने देखा कि सामने पुलिस खड़ी है।  आशीष इंस्पेक्टर से-“हां जी सर?”  इंस्पेक्टर-“तुम्हारा नाम आशीष है?” आशीष-“जी सर”।  इंस्पेक्टर-“थाने चलो, तुम्हारे खिलाफ शिकायत आई है रिपोर्ट … Read more

मतलबी रिश्तों के बीच, एक रिश्ता ऐसा भी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : उत्तर प्रदेश का एक सुंदर गांव माधोपुर। चारों तरफ हरियाली खेत खलिहान, शुद्ध हवा पानी और गांव के लोगों का प्रकृति से प्रेम, प्रकृति से जुड़े रहना, यही सब मन को मोह लेता है।  माधोपुर के लोगों का जीवन बड़ा शांतिपूर्ण था। हालांकि अब वहां के जीवन में मोबाइल प्रवेश … Read more

धब्बा लगाना – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

“सरिता, यह तुमने क्या किया? अपनी दुध मुंही बच्ची को मंदिर के पीछे  छोड़कर आ गई हो। शर्म आनी चाहिए तुम्हें।” लक्ष्मी देवी अपनी बेटी को बहुत डांट रही थी।   सरिता-“मां, आप मुझे मत सिखाओ। मुझे जब डॉक्टर ने बताया कि वह आगे चलकर मानसिक रूप से कमजोर रहेगी। तो मैं उसका क्या करती। हमारे … Read more

दुल्हन बनने का अरमान – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज दिव्या बहुत खुश थी। उसे देखने लड़के वाले आ रहे थे। बचपन से ही दिव्या को साड़ी और लहंगा पहनकर सजने सवरने का और दुल्हन बनने का बहुत शौक था। उसका दुल्हन बनने का एकमात्र अरमान था। पढ़ने लिखने में वह एक औसत छात्रा थी। उसका एक बड़ा भाई … Read more

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