बात तो सही कह रही है ये – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

कुछ सुना तुमने, पड़ोस वाले आरव को उससे ज्यादा योग्य और कमाने वाली पत्नी मिली है? शीला ने अपने बेटे आयुष से कहा तो वो चौंक गया। अच्छा!मिल आई आप उनसे..पिछले हफ्ते ही तो लौटे हैं वो लोग बंगलौर से विवाह करके। और सुना है कि बहू बहुत पारंगत है हर काम में, आरव की … Read more

चुभन – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

गौरव का हाथ अपने हाथों में लिए थी सीमा और एकटक उसे देखे और रोए जा रही थी..इतनी सी बात समझने में पूरी उम्र निकाल दी तुमने? मैं तड़पती रही, इंतजार करती रही और तुम समझे भी तो आज, इतने समय बाद..?? तुम बोल भी तो सकती थीं सीमू! गौरव कांपती आवाज़ में बोला.. प्लीज! … Read more

एहसास – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

कविता आज भी तुमसे मिलने नहीं आई देव? शिखा ने पूछा तो देव थोड़ा खिसिया गया,उसे बर्दाश्त नहीं था कि कोई उसकी कविता के बारे में कुछ बात बनाए। नहीं..उसकी तबियत ठीक नहीं होगी नहीं तो वो ऐसा कभी नहीं करती…बहुत विश्वास से कहा देव ने। कल ही तो अपने फ्रेंड्स के साथ पिकनिक पर … Read more

आपबीती – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

मेरा नाम गीतिका है,छोटे से कस्बे की शर्मीली और पढ़ाकू लड़की कब विनोद से शादी करके ससुराल चली आई और उसकी पत्नी बन गई,पता ही नहीं चला।दिल में कितने अरमान थे कि पढ़ाई करके ये करूंगी,वो करूंगी पर शादी के बाद कुछ याद ही नहीं रहा सिवाय इसके कि सुबह अलार्म बजते ही उठ जाना … Read more

नुकसान – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शोभित! जब देखो मोबाइल से चिपके रहते हो..कभी पढ़ लिया करो! शोभित की मां ने कहा तो वो मुस्करा दिया…”मां! मैं पढ़ाई ही तो कर रहा हूं।” “क्या सच में?”रीमा आश्चर्य से बोलीं,पता नहीं आजकल कैसी पढ़ाई हो गई है,किताबें छोड़ कर सब कुछ मोबाइल पर मिलता है। शोभित ने अपनी मां को झूठ बोल … Read more

बस अब और नहीं – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

पायल! पायल!तेजी से श्याम चीखा तो घबरा के पास आती वो बोली, क्या हुआ जी! क्या कह रहे हैं? क्या कह रहे हैं? गुस्से में उसकी नकल करता उसका पति श्याम बोला..भोली तो ऐसे बनती हो जैसे बड़ी सीधी हो..ये बच्चियां शोर कर रही हैं इन्हें कौन संभालेगा? पता नहीं मेरे ऑफिस का काम कितना … Read more

ऋणी हूं मैं – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

ओह!इतना अंधेरा क्यों है आज घर में?वरुण ने कमरे की लाइट जलाते हुए कहा,देखा! चांदनी गुस्से में फूली अपने बिस्तर पर लेटी थी,उसकी घनी केश राशि उसके चेहरे को आधा ढके थी। क्या हुआ डियर?ये पूनम का चांद आज क्यों घटाओं में घिरा उदास है?उसने प्यार से चांदनी के चेहरे से उसके बाल हटाते कहा,जरा … Read more

 लड़ाई – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अरे! आज फिर कूड़ा डाल दिया मेरे अहाते में? जया गुस्से में बड़बड़ाई..ये मालिनी भी न जाने कब मैच्योर होगी? मम्मी!मालिनी आंटी हमसे चिढ़ती हैं,हमेशा नज़र लगाती हैं हमारी खुशियों पर और जब तब चोरी छिपे ये ओछे काम करती रहती हैं। श्वेता बोली। नहीं ..अब मैं और चुप नहीं रहूंगी..आज उसको समझा के ही … Read more

वो मां है, कुछ भी कर सकती है – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शिल्पा! अम्मा ने खाना खाया? शिल्पा! अम्मा ने दवा ली,सो गई क्या वो? राहुल की रात दिन ये सब बातें सुनकर शिल्पा के कान पकने लगे थे, वो तो सास को संग लाकर रखना भी नहीं चाहती थी अपने घर लेकिन राहुल ने जब पिछले हफ्ते अपने बड़े भाई भाभी से कहा कि अम्मा को … Read more

मैं जैसी हूं वैसी ही रहूंगी – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

घर से अपनी मां की तेज आवाजें सुनकर मोहित का माथा ठनका,आज फिर इन सास बहू में ठन गई…उफ्फ!!क्या करूं इस दिव्या का..कितना समझाया है इसे मैंने..मां से ज्यादा पंगा मत लिया करो पर सुनती कहां है मेरी। मोहित को आया देखकर दोनों चुप गई थीं,मोहित की मां शकुंतला जरूर कुछ बड़बड़ाने लगी थीं पर … Read more

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