सूझबूझ – बीना शर्मा : Moral stories in hindi
‘मां! अब मैं यहां कभी नहीं आऊंगी। यदि भैया भाभी को मेरा आना इतना ही बुरा लगता है तो मैं सिर्फ तुमसे मिलकर ही चली जाया करूंगी।’ ‘क्यों? राखी बेटा! तुम ऐसा क्यों कह रही हो? मुझसे ऐसी क्या गलती हो गई जो तुम इतना नाराज हो रही हो?’ ‘नहीं मां! मैं तुमसे नाराज नहीं … Read more