तुम्हारी खुशी में ही मेरी खुशी है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

राखी सुबह के वक्त रसोई में खाना बना रही थी। तभी उसकी बड़ी बहन रश्मि का फोन आया। उसने राखी से उसकी कुशल मंगल पूछी तो वह बोली ‘मैं ठीक हूं परंतु आज मैंने गुस्से में भाभी को डांट दिया।’ यह सुनकर रश्मि ने राखी से पूछा ‘तूने भाभी को क्यों डांटा ?’    तब राखी … Read more

भगवान का कोई बंटवारा नहीं कर सकता – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

“जो रिश्ता विपत्ति बांटने के लिए बनाया जाता है वह रिश्ता खुद संपत्ति बांटने के चक्कर में बट जाता है अपने गांव में हमने कई घरों में देखा है माता-पिता को अपने ही बच्चों के बीच में बटते हुए  इसलिए हमने भी सोच लिया है बेटा जैसा तुम कहोगे हम वैसा ही करेंगे अब बताओ … Read more

बाबुल के आंगन की लक्ष्मी – बीना शर्मा   : Moral Stories in Hindi

सुबह के वक्त मेघा बहुत प्यारा सपना देख रही थी। सपने में उसकी मम्मी उसे गोद में लेकर बहुत प्यार कर रही थी। वह मीठे सपनों में खोई हुई थी कि तभी उसके कानों में उसकी सौतेली मां की आवाज आई “अरी बदनसीब सोती ही रहेगी क्या? चल जल्दी से उठ कर घर में झाड़ू … Read more

बहू मौका तो उन्हें दिया जाता है जो सच बोलते हैं – बीना शर्मा   : Moral Stories in Hindi

श्यामली अपनी सास निर्मला को खाना खिला कर उनके बर्तन उठाने ही वाली थी कि तभी उसके बेटे अरुण ने अपने मोबाइल से अचानक अपनी मम्मी और दादी की फोटो खींच ली। बेटे को फोटो खींचते देखकर श्यामली थोड़े गुस्से में बोली” तुमने मेरी फोटो क्यों ली सुबह से काम करते-करते मेरा चेहरा कितना खराब … Read more

निर्णय – बीना शर्मा   : Moral Stories in Hindi

“अद्वैत आखिर मुझ में क्या कमी है ?”जो तुम मुझसे शादी नहीं करना चाहते। जब रोशनी ने अद्वैत से पूछा तो अद्वैत ने रोशनी से कहा “तुममे कोई कमी नहीं है तुम तो खूबसूरती का वह नगीना हो जिसे पाकर कोई भी शख्स अपने भाग्य की सराहना करेगा परंतु, मैं क्या करूं मैं अपने दिल … Read more

बेटा परछावा तो अपनों का ही पड़ता है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

सुलक्षणा ड्राइंग रूम में बैठकर अखबार पढ़ रही थी कि तभी  उसका बेटा अतुल उसके पास आकर कुर्सी पर बैठते हुए दुखी स्वर में बोला “मम्मी जी हमारे तो  कर्म हीं फूट गए जो ऐसी संतान को जन्म दी  सर में  तेज दर्द हो जाए तो  तो बेटा हाल-चाल भी नहीं पूछता 2 घंटे से … Read more

नाराज नहीं खुश हूं तुमसे – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

नंदिनी घर में सफाई करके जैसे ही खाना बनाने के लिए रसोई में  आई तो उसने देखा उसकी सास शकुंतला चूल्हे पर कढी पकोड़ी बना रही थी सास को कढी बनाते देखकर नंदिनी डर गई दरअसल कुछ दिन पहले उसकी सास ने उससे कढ़ी बनाने के लिए कहा था परंतु, घर में  ज्यादा काम करने … Read more

डर – बीना शर्मा   : Moral Stories in Hindi

कविता आज बेहद खुश थी काफी समय बाद वह अपने मम्मी पापा से मिलकर जो आई थी परंतु, जैसे ही अपने मम्मी पापा से मिलने के बाद अपनी ससुराल पहुंची तो उसने देखा उसकी सास  बिमला गुस्से में भरी बैठी थी कविता को देखते ही गुस्से में बोली”आज तू मुझसे बिना पूछे अपने घर चली … Read more

कदम – बीना शर्मा  : Moral Stories in Hindi

नई नवेली विभा गुमसुम सी अपने कमरे में बैठी हुई थी उस की शादी को अभी 4 दिन ही हुए थे  धूमधाम से उसकी शादी एक कंपनी में मैनेजर की जॉब करने वाले वैभव के साथ हुई थी अभी  वह शादी की खुशियां ठीक से मना भी नहीं पाई थी कि एक दिन घर में … Read more

परवाह – बीना शर्मा   : Moral Stories in Hindi

शांतनु सुबह-सुबह अपने ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था कि तभी उसकी पत्नी शीला उसके लिए थाली में गरम गरम खाना परोसकर लाई जिसमें उसके मनपसंद व्यंजन रखे थे। यह देखकर शांतनु शीला से बोला” रात मैं तो तुम कह रही थी कि तुम आज के बाद कभी मेरे लिए खाना नहीं बनाओगी … Read more

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