भाग्य लकीर – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in hindi

 आप सबको तो बता रहे हैं, बस मुझे ही टाल रहे हैं, बताओ ना पंडित जी मैं कितना पढूंगा।         पढ़ो बेटा खूब पढ़ो,राम सब भली करेंगे।         पर आप अब भी नही बता रहे,कि मैं कितना पढूंगा?         देखो बेटा, मैं हाथ की रेखाएं देखकर ही भविष्य बताता हूँ,मैं तुम्हे उदास नही करना चाहता था,इसलिये नही बता … Read more

आधुनिक परिवेश – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  बहू क्या भेष बना कर रहती हो,आधुनिक जमाने की हो तो कुछ तो मॉडर्न बनो,ये दकियानूसी पन छोड़ो।      वो-वो माजी,माँ ने बताया था कि शादी के बाद अपने दूसरे घर मे मर्यादा के साथ रहना।सिर पर पल्लू रखना,धीमी आवाज में बोलना,सबका आदर करना।        तो बेटा कुछ गलत शिक्षा तो दी … Read more

बड़ा दिल – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज के बाद इधर का रुख भी मत करना।तुम्हारे जैसे शौहदे हमने बहुत देखे हैं।न कमाते हो,पता नही क्या पढ़ाई लिखाई की होगी,रखते हो शादी का इरादा?       भाई, मैं आज शादी की बात नही कर रहा,मैं तो बस यह प्रार्थना करने आया था,कि मैं और   कामिनी दोनो प्यार करते … Read more

एक गर्व ऐसा भी -बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जय श्री राम के उदघोष से मवाना कस्बे का वातावरण गुंजायमान था।एक अजीब सा उत्साह और अपनी अस्मिता को पाने की ललक हर किसी के चेहरे पर देखी जा सकती थी।शायद अक्टूबर 1990 में अयोध्या में मंदिर हेतु सांकेतिक कारसेवा की घोषणा की जा चुकी थी।प्रदेश की  सरकार ने इस … Read more

अपनापन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बेटा, बबलू सुना है अपनी रश्मि को देखने वाले आये थे,बंसी ने तो कुछ बताया नहीं, पता नही क्या हुआ?तुम पता तो करो। ठीक है,पापा मैं सूरज भैय्या से बात करूंगा,तभी पता चल पायेगा।        शांति शरण और बंसीधर दोनो सगे भाई थे।पिता बनारसीदास के गुजर जाने के बाद दोनो भाई … Read more

पारिवारिक संस्कार –  बालेश्वर गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आशा मेरा शरीर टूट रहा है,मेरा सर फटने को है,मैं मरने को हूँ, प्लीज मुझे पुड़िया दे दो।मैं मर जाऊंगा, आशा, प्लीज।         नहीं, मुकेश धैर्य रखो,तुम्हे कुछ नही होगा।मैं हूँ ना।आत्म शक्ति को समाप्त मत करो मुकेश।          आशा और मुकेश की शादी को एक वर्ष ही बीता था।मुकेश के परिवार … Read more

हिम्मत – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : उस समय के उत्तर प्रदेश के काशी नगर जो अब उत्तराखंड में है, से दो मित्रो अनिल और अनूप ने मेरठ कॉलेज में उच्च शिक्षा हेतु प्रवेश लिया।घटना सन 1969 की है।रहने के लिये कमरा लेने के लिये अप्लाई किया तो उन्हें कॉलेज कैम्पस में ही स्थित मुस्लिम होस्टल में … Read more

कायरता –  बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कोंडेलिम बीच गोवा पर बैठा सागर सामने समुन्द्र से तेजी से आती लहर को देख रहा था।एक झंझवात उसके मन मस्तिष्क  चल रहा था।लहर समुन्द्र से आ रही थी और समुन्द्र उसे फिर अपने मे बार बार समेट रहा था।पर ये सागर तो अपनी उर्मी को यूं ही छोड़ आया … Read more

उदारता – बालेश्वर गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मनीष दो वर्ष तुम्हारी पत्नी रही हूँ, पत्नी होने का स्थान तो तुम छीन ही रहे हो,अब कम से कम मेरे आत्म सम्मान, मेरी खुद्दारी पर तो चोट मत करो।प्लीज।        अरे माधुरी मेरा ऐसा कोई इरादा नही था।देखो हम सहमति से अलग हो रहे हैं तो मेरा भी तो कुछ … Read more

पहला हक – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  काका की मृत्यु के बाद राजेन्द्र अकेला ही दुनिया मे रह गया।बचपन मे ही माता पिता के निधन के बाद काका ने ही उन्हें पाला पोसा था,अब वो भी नही रहे थे।राजेन्द्र की हार्दिक इच्छा थी कि वह काका की खूब सेवा करे,आखिर वह नौकरी कर कमाने लगा था।काका ने राजेन्द्र को कोई मौका दिया … Read more

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