मर्मान्तक चोट – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

अबे लड्डन इधर आ,हरामखोर अपने शर्मा जी का लौटा चुराते तुझे शर्म नही आयी।तूने हमे कही मुँह दिखाने लायक नही छोड़ा।      गलती हो गयी बापू माफ कर दे।     माफी मांगनी है तो शर्मा जी से मांग।उन्होंने माफ कर दिया तो ठीक,नही तो तेरा खाना पीना बंद।       शर्मा जी बोले अरे छोड़ो गिरधारी,बच्चा है।माफी मांग रहा … Read more

खुला आकाश – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

    एक सामान्य निम्न मध्यम वर्ग परिवार में जन्मा विक्रम भी सामान्य और साधारण सा ही युवक था।अच्छे स्वास्थ्य का धनी विक्रम अपने माता पिता का चहेता था तो वह भी अपने परिवार के प्रति समर्पित था,परिवार क्या बस माँ और बापू ही तो थे।धनीराम जी ने पूरी जिंदगी में ले देकर एक छोटा सा घर … Read more

निर्णायक फैसला –  बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

      पापा, आप यहाँ अकेले क्यूँ रहना चाहते हैं, बढ़ती उम्र है,आप  यहीं मेरे पास अमेरिका आ जाओ।पापा मैं आपका एकलौता बेटा हूँ, मैं सब व्यवस्था कर दूंगा,बस आप हाँ बोल दो।        नहीं बेटा, मेरा वहाँ बिल्कुल भी मन नही लगता।सबकुछ मशीन सा, न अपनी भाषा, न अपने पन का अहसास।मुन्ना जिद न कर मैं वहाँ … Read more

अनोखा गुस्सा : Moral stories in hindi

    माँ जी कुछ तो बताओ,मुझसे कोई गलती हो गयी क्या,मैं आपके पैर पकड़ कर  माफी मांगती हूँ।       अरे नही बहू, मैं तुझसे भला क्यूँ नाराज होउंगी?तू तो मेरा वैसे भी इतना ध्यान रखती है, सेवा करती है।नाराजगी होगी तो उससे होगी जिसे नौ महीने पेट मे रखा है।       आज सुबह से अम्मा ना तो किसी … Read more

परिणीति – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

देखो अम्बर मैंने तुम्हें अपना सर्वस्व सौंपा है,अब मेरे पास कुछ भी नही।तुम मुझे धोखा नही दे सकते,तुम पर मेरा ही हक है।       मैं कब मना कर रहा हूँ,मुझ पर तुम्हारा ही तो हक है,तुम बताओ माँ की जिद और छोटी बहन की शादी में अड़चन न आने पावे के कारण माँ मेरी शादी करने … Read more

एक बार फिर – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

अपने एकलौते बेटे नीरज की अपने पिता रंजीत जी से की जा रही गुहार ने रंजीत जी को अपने ही जीवन के अतीत में लाकर खड़ा कर दिया।ऐसे ही वह अपने पिता मुरारीलाल जी से अनुमति मांग रहे थे  बाबूजी मुझे एक सप्ताह के लिये बनारस जाना है।बाबूजी के कारण पूछने पर रंजीत ने बताया … Read more

भीगी हथेली – बालेश्वर गुप्ता    : Moral stories in hindi

 बापू कल से मैं भी तुम्हारे साथ ही मजदूरी करने चला करूँगा,अब तो मैं बड़ा हो गया हूँ।        अरे कहाँ बड़ा हो गया है,अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे। मजदूरी को हम जाते हैं ना। कहते कहते शंकर अपने अतीत में खो गया,उसे याद आ रहा था कि वह तो स्कूल जाना चाहता था पर उसके … Read more

घूघंट में चांद – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

   राम राम कैसा जमाना आ गया है,ना लाज ना शर्म।छी-किसी से भी शर्म नही।       फ्लैट की बॉलकोनी में बैठे बैठे कमला बड़बड़ा रही थी।उनका  बड़बड़ाना सुन पास में ही बैठी उनकी रिश्ते की बहन बिमला बोली कमला क्या हुआ,क्या हो गया है जमाने को?        री,देख इस पार्क में ये लड़की लड़के के हाथ को पकड़े … Read more

अनहोनी – बालेश्वर गुप्ता  :Moral stories in hindi

आप देख लेना पापा अबकि बार आपका ये बेटा हर हाल में पीसीएस कॉम्पिटिशन में सफल होगा।ये मेरा आत्मविश्वास मेरी अपनी मेहनत के कारण है।रात दिन पढ़ाई की है।         मेरा आशीर्वाद तेरे साथ है,बेटा।ईश्वर तुझे जरूर सफल करेगा।     ईंटो के कई कई भट्टो के मालिक सेठ राम शरण जी का एकलौता बेटा था समीर।होनहार पढ़ाई … Read more

मधु स्मृति –  बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

  भाई, इस घर से बाबूजी की यादे जुड़ी हैं, इसको मत बेचो,कुछ तो सोचो,बाबूजी की आत्मा को कितना कष्ट होगा।          भैय्या, बाबूजी के प्रति मेरा भी आप जितना ही लगाव और श्रद्धा है।पर वे अब इस दुनिया मे नही है और मैं अमेरिका में रहने लगा हूँ,अब आप ही बताओ मेरे हिस्से के मकान का … Read more

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