सास-बहू का अनोखा रिश्ता – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

सुजाता जी ने जैसे ही नई बहू का घुंघट खोला तो उसके चेहरे पर डर साफ दिख रहा था, नया घर, नये लोग हर लड़की सहम ही जाती है, उस पर अम्मा की कड़क आवाज का रूतबा, नित्या तो चुपचाप ही बैठी थी। बहू तेरी बहू का थोडा सा घुंघट और लंबा कर, अब मुंह … Read more

बहू बुढ़ापा सबको आता है। -अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

बेटा, जरा सी तबीयत ठीक नहीं लग रही है, तू मुझे डॉक्टर के दिखा ला, अब तो हाथ-पैर भी काम नहीं करते हैं, शरीर में ढीलापन सा रहता है” विमला जी ने अपने बेटे अंकित से कहा। लेकिन अंकित तो अपने ऑफिस के काम में लगा था, और लैपटॉप पर नजरें गड़ाए हुए था, अपनी … Read more

बहू तुम्हारी बराबरी कोई नहीं कर सकता – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

“साधना, तू अकेली -अकेली लड़की देख भी आई, और मुझे बताया भी नहीं, मै भी जरा अच्छे से परख लेती, अपने अरूण के लिए पूरी तरह से काबिल है या नहीं, वो जमाने गये जब लडकी को घर का काम आता है या नहीं , सिर्फ यही देखा जाता था, आजकल तो लड़की को ढंग … Read more

सास-बहू और तकरार …- अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

“मम्मी जी, सामान की लिस्ट बना दी है, ये कुछ जरूरी सामान है जो मंगवाना हैं”, कोमल ने लिस्ट अपनी सास रंजना जी के हाथ में थमा दी। रंजना जी ने चश्मा ठीक किया और गहरी नजरें गढ़ा के हर सामान पढ़ा, फिर पेन लाने को कहा,” ये दाल दो किलो की क्या जरूरत है? … Read more

मै अकेली कमाने वाली हूं। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

तुमने आज फिर से पिज्जा बर्गर ऑर्डर कर दिया, तुम्हें कितनी बार समझाया है बाहर के खाने में इतने पैसे बर्बाद मत किया करो, पर तुम दोनों को तो कुछ भी समझ नहीं आता है, हजार रूपये में तो ना जाने कितना राशन का सामान आ जाता और मैं घर पर अच्छा सा बनाकर खिला … Read more

सास बन गई हूं, पर मै सुहागन हूं – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

दुकान पर भीड़ उमड़ी हुई थी, साड़ियां खरीदने के लिए महिलाएं काफी थी, इतनी भीड़ देखकर हेमा जी एक तरफ बैठ गई, और भीड़ छंटने का इन्तज़ार करने लगी, थोड़ी देर बाद उन्हें भी आगे बढ़ने की जगह मिल गई, वो वहां जाकर बैठी ही थी कि सामने उनकी पुरानी पड़ोसन दीप्ति जी बैठी हुई … Read more

मेरी बेटियों तनाव का नहीं खुशी का कारण है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

‘अरे! क्या हुआ? घर में इतना तनाव क्यों है? मुकेश को आश्चर्य हो रहा था, सभी लोगों के सिर पर तनाव की लकीरें साफ दिखाई दे रही थी। “तुझे कबसे फोन लगा रही हूं, तेरा फोन बंद आ रहा है, ऊषा जी ने अपने बेटे से कहा तो मुकेश ने अपना फोन चेक किया, हां, … Read more

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मै अपने पति के घर में रहूंगी – अर्चना खंडेलवाल: Moral stories in hindi

ट्रेन एक स्टेशन पर रूकी, लगभग सारे यात्री उतर चुके थे, कुछ यात्री थे जो मोबाइल में व्यस्त थे, कुछ गाने सुन रहे थे तो कुछ वीडियो देखकर समय बिता रहे थे, सबको अपनी मंजिल के आने का इन्तजार था पर सरिता जी को कोई जल्दी नहीं थी, वो चाह रही थी कि ट्रेन हर … Read more

गंवार सास- अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

“अरे!! सुजाता इस तरह से मुंह फुलाकर क्यों बैठी है? पार्क में आई है तो मजे कर, हम तो पार्क में आकर सारा तनाव भुल जाते है और तेरे माथे पर कितनी शिकन है, कुछ हो गया क्या?”  रेखा जी ने अपनी सहेली से पूछा। “हां, बहुत कुछ हुआ है, पर कैसे कहूं? जब से … Read more

पति कमाता है तभी पत्नी की इज्जत होती है- अर्चना खंडेलवाल: Moral stories in hindi

वर्मा परिवार की बेटी नेहा की सगाई होने जा रही थी, परिवार में भाई-भाभी सब तैयारी में लगे हुए थे, वो अपनी सगाई को लेकर बहुत खुश थी, और अपने ससुराल वालों के आने का इंतजार कर रही थी, दोपहर तक सभी ससुराल वाले आ गये, सभी से नेहा मिली पर उसने ये चीज गौर … Read more

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